भोपाल। भोपाल गैंगरेप मामला मध्यप्रदेश का सर्वाधिक चर्चा का विषय बन गया है। सोशल मीडिया पर कोई हैशटेग तो ट्रेंड नहीं कर रहा लेकिन सबसे ज्यादा बातें इसी को लेकर हो रहीं हैं। पुलिस की लापरवाही से शुरू हुई बात सिस्टम तक आ पहुंची है। व्यवस्था को लेकर 2 मंत्री आपस में भिड़ गए। दीपक जोशी का कहना है कि कोचिंग 8 बजे के बाद बंद कर दिए जाने चाहिए लेकिन माया सिंह ने कहा कि हम इस तरह लड़कियों को दायरों और टाइम टेबल में नहीं बांध सकते। व्यवस्था मजबूत करनी होगी ताकि लड़कियां भी लड़कों की तरह आजादी से निकल सकें।
प्रदेश सरकार की नगरीय प्रशासन मंत्री माया सिंह ने तकनीकी शिक्षा मंत्री के कोचिंग को आठ बजे रात के बाद नहीं खोलने के फैसले पर नाराजगी जताई है। उनका कहना है कि हम अपनी बेटियों को घर में कैद नहीं कर सकते हैं। वह हर क्षेत्र में आगे बढ़ रही हैं। समाज की मानसिकता बदलने की जरूरत है। लोगों को जागरूक करने की जरूरत है।
इसके जवाब में मंत्री दीपक जोशी ने कहा कि हम छात्राओं या लड़कियों को घर में कैद करने की बात नहीं कर रहे हैं। बस कोचिंग संस्थानों को आठ बजे के बाद बंद करने की बात कही है। अपराधी कोचिंग संस्थानों से ही छात्राओं की रेकी कर पहचान करते हैं। इसलिए वहां पर सुरक्षा ज्यादा जरूरी है। माया सिंह ने मेरे बयान को ठीक से समझा नहीं है।