गायत्री को JAIL से निकालने के लिए पूरी ताकत लगा दूंगा: मुलायम सिंह यादव

लखनऊ। जेल में बंद रेप के आरोपी एवं पूर्व मंत्री गायत्री प्रजापति को जेल में वीआईपी ट्रीटमेंट दिया जा रहा है। बीते रोज मुलायम सिंह यादव गायत्री से मिलने जेल पहुंचे। 35 मिनट तक दोनों के बीच बंद कमरे में बातचीत हुई। मुलायम सिंह ने गायत्री को भरोसा दिलाया कि उसे जेल से निकालने के लिए पूरी ताकत लगा दूंगा। सीएम, पीएम और राष्ट्रपति तक जाउंगा। बता दें कि जेल में गायत्री प्रजापति का राज कायम है। जेलर उसकी सेवा में लगा रहा था। उसे सभी सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रहीं हैं। 

15 मार्च 2017 से जेल में बंद गायत्री प्रजापति से मिलने मंगलवार दोपहर करीब पौने एक बजे मुलायम जेल पहुंचे। उन्होंने अपने 3 सहयोगियों के साथ जेल में एंट्री की। इसके बाद कोल्ड ड्रिंक की 7 बोतलें और तीन तरह के फलों (केला, सेब, आम) के डिब्बे लाए गए। जैसे ही मुलायम जेल सुपरिटेंडेंट के कमरे में पहुंचे, उसके 3 मिनट के बाद गायत्री, विकास वर्मा और पिंटू सिंह भी आए। हालांकि, सुपरिटेंडेंट के कमरे में गायत्री अकेला गया। बता दें कि पिंटू और विकास भी इस रेप केस में आरोपी हैं। 

मुलायम के पास पहुंचते ही गायत्री उनके पैर पकड़कर रोने लगा और कहा, "मुझे बचा लीजिए, मैं निर्दोष हूं। मेरे आग्रह पर आप जेल में मिलने आए, मुझे बाहर निकलवा दीजिए।" गायत्री करीब 10 मिनट तक मुलायम के पैर पकड़े रहा। इस पर मुलायम ने कहा, "तुम निर्दोष हो, जल्द ही छूटोगे। मैं बात करूंगा। जरूरत पड़ी तो सीएम से, नहीं तो पीएम और राष्ट्रपति से भी बात करूंगा।"

35 मिनट तक गायत्री से अकेले में की बातचीत
20 मिनट के बाद ही सुपरिटेंडेंट के कमरे से एक-एक करके सबको बाहर कर दिया गया। कमरे में सिर्फ 3 लोग ही थे। मुलायम, उनका ओएसडी और गायत्री प्रजापति। कमरे में बात शुरू होने के कुछ ही देर बाद एक फाइल बाहर से पहुंची। इसके बाद दो और लोग अंदर बुलाए गए। फिर पिंटू और विकास भी अंदर गए। हालांकि, ये दोनों 2 मिनट के बाद ही कमरे से बाहर आ गए। इसके बाद कुछ सादे पेपर अंदर भेजे गए। बताया जाता है कि गायत्री ने डायरी के 2 पन्ने पर मुलायम को जेल से बाहर मीडिया से बोलने की पूरी स्क्रिप्ट लिखवाई। गायत्री और मुलायम के बीच अकेले में करीब 35 मिनट बातचीत हुई।

सीएम को काले झंडे दिखाने वाले स्टूडेंट्स से भी मिले मुलायम
जेल में मुलायम सिंह से उन स्टूडेंट्स को भी मिलवाया गया, जिन्होंने सीएम योगी को काले झंडे दिखाए थे। सभी स्टूडेंट्स को सुपरिटेंडेंट ने कमरे में बुलाया। सभी ने अपना परिचय दिया। मुलायम ने उनसे हालचाल पूछा।

जेल में गायत्री का राज कायम, जेलर सेवा करता है 
जेल सूत्रों के मुताबिक, लखनऊ जेल में गायत्री और उसके साथियों का राज चलता है।क्वॉरेनटाइन स्पेशल सेल (जो खाने-पीने से लेकर हेल्थ चेकअप तक ध्यान रखती है) से गायत्री के लिए आदेश पारित होता है। हालांकि, सपा सरकार में पोस्ट हुए सुपरिटेंडेंट के तबादले के बाद गायत्री चिंता में पड़ गया था। सोमवार को ही गायत्री ने मुलायम को मैसेज भेजा था कि एक बार आप जेल मिलने आ जाएं, तो सब ठीक हो जाएगा, लेकिन ईद की वजह से वो नहीं मिल पाए थे। सूत्रों की मानें तो जेल में गायत्री जेलर से लेकर वहां तैनात हर इम्प्लॉई को ऐसे ऑर्डर देता है, जैसे वहां का बॉस हो। गायत्री शाम के वक्त बरमूडा और टी-शर्ट पहनकर घूमता है और रात में टीवी देखता है। गायत्री और उसके साथी जो चाहते हैं, खाने में वही दिया जाता है। कई बार तो पूर्व जेल सुपरिटेंडेंट खाना बनवाकर भेजते थे।

ये है पूरा मामला
17 फरवरी 2017 को गायत्री और 6 अन्य लोगों के खिलाफ रेप के आरोप में FIR दर्ज की गई थी। विक्टिम महिला ने अपनी शिकायत में कहा था कि एक करीबी ने 3 साल पहले उसकी मुलाकात गायत्री से कराई थी। गायत्री ने उसकी कुछ आपत्तिजनक फोटो ली और कई बार ब्लैकमेल किया। महिला ने आरोप लगाया कि उसके साथ अक्टूबर 2014 से जुलाई 2016 तक गैंगरेप किया गया। जब आरोपियों ने उसकी बेटी से छेड़छाड़ की कोशिश की तो उसने अक्टूबर 2016 में डीजीपी को लेटर लिखकर शिकायत की, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। मामला सुप्रीम कोर्ट तक पहुंचा और कोर्ट ने गायत्री के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी किया। गायत्री का पासपोर्ट भी जब्त कर लिया गया। इसके बाद 15 मार्च को लखनऊ से गायत्री को पुलिस ने गिरफ्तार किया। मामले में 25 अप्रैल को पॉक्सो कोर्ट के जज ओपी मिश्रा ने गायत्री प्रजापति को जमानत दे दी। इसके बाद हाईकोर्ट की एडमिनिस्ट्रेटिव कमेटी ने 28 अप्रैल की रात पॉक्सो कोर्ट के जज ओम प्रकाश मिश्र को उनके रिटायरमेंट (30 अप्रैल) से दो दिन पहले सस्पेंड कर दिया। चीफ जस्टिस ने अपने ऑर्डर में लिखा, "जिस तरह से जानकार जज ने अपराध की गंभीरता को अनदेखा करते हुए आरोपी को जमानत देने में जल्दबाजी दिखाई, उससे हमें इन न्यायाधीश की मंशा पर संदेह है, जो खुद 30/4/2017 को रिटायर हो रहे हैं।"

गायत्री के पास 942 करोड़ की है प्रॉपर्टी
सोशल एक्टिविस्ट नूतन ठाकुर के मुताबिक, गायत्री प्रजापति 10 साल के करियर में सैकड़ों करोड़ के मालिक हो गए। साल 2002 में वो बीपीएल कार्डधारक हुआ करते थे, लेकिन अब उनकी प्रॉपर्टी 942 करोड़ पहुंच गई है। हालांकि, 2017 के चुनावी हलफनामे में उन्होंने अपनी प्रॉपर्टी 10 करोड़ डिक्लेयर की है, जबकि पिछली बार 1.83 करोड़ डिक्लेयर की थी। इस बार के यूपी विधानसभा चुनाव में गायत्री अमेठी से लड़े थे और हार गए थे।

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