12 साल बाद शिवराज सिंह ने कहा: हम भी शराबबंदी करेंगे, लेकिन किस्तों में

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अपनी ताजपोशी के करीब 12 साल बाद ऐलान किया है कि वो मप्र में शराबबंदी करेंगे, लेकिन किस्तों में। पिछले 12 सालों में उन्होंने शराबबंदी की एक भी किस्त पूरी नहीं की। अब वो नर्मदा सेवा यात्रा के दौरान पहली किस्त का ऐलान कर रहे हैं। इसके तहत नर्मदा नदी के किनारे बनीं शराब की दुकानों को दूसरे इलाकों में शिफ्ट किया जा रहा है। शिवराज सिंह चौहान रविवार को नर्मदा सेवा यात्रा के दौरान एक सभा के बोल रहे थे। वहीं, कांग्रेस ने इसे जनता को गुमराह करने की कोशिश बताया है। सरकार के स्पोक्सपर्सन नरोत्तम मिश्रा ने इस पर कोई बयान नहीं दिया। इससे पहले एक कैबिनेट मीटिंग के दौरान वित्तमंत्री जयंत मलैया ने कहा था कि कोई बेवकूफ ही होगा जो प्रदेश में शराबबंदी की बात करेगा। 

कांग्रेस की सरकार बनी तो 100% शराबबंदी
प्रदेश कांग्रेस प्रेसिडेंट अरुण यादव ने कहा, ''शिवराज भले ही ऐसी बयानबाजी कर रहे हों, लेकिन सरकार की कथनी-करनी में फर्क है। इस वक्त प्रदेश में शराब की दुकानों को लेकर जनता आंदोलन कर रही है। लेकिन वित्तमंत्री जयंत मलैया स्कूलों और बस्तियों में नई दुकानें खुलवा रहे हैं। प्रदेश में जब कांग्रेस की सरकार थी, तब शराबबंदी की कोशिश की गई। अगर हमारी सरकार बनती है, तो 100% शराबबंदी लागू होगी। अगले असेंबली इलेक्शन में ये मुद्दा रहेगा।

शिवराज ने क्या कहा था?
सीएम ने रविवार को नरसिंहपुर जिले के हीरापुर में नमामि देवी नर्मदे प्रोग्राम के दौरान कहा, धीरे-धीरे शराब की सभी दुकानें बंद कर पूरे प्रदेश में शराबबंदी लागू करेंगे। पहले फेज में नर्मदा के आसपास के 5 किलोमीटर के दायरे में दुकानें बंद कराई हैं। दूसरे फेज में रेसिडेंशियल इलाकों, स्कूल-कॉलेज और धार्मिक स्थानों के आसपास दुकानें खोलने की इजाजत नहीं देंगे। शराब की लत छुड़ाने के लिए जल्द ही एक कैम्पेन भी शुरू करेंगे। सीएम के बयान के बाद जयंत मलैया ने कहा है कि रेसिडेंशियल इलाकों में खुली शराब दुकानों की जांच करेंगे। 

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