नईदिल्ली। आरएसएस ने एक बार फिर अपनी मूल विचारधारा को एक्सप्रेस किया है। राष्ट्रीय स्वंय सेवक संघ अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख मनमोहन वैद्य ने आज जयपुर में भीमराव अंबेडकर का हवाला देते हुए कहा कि किसी भी राष्ट्र में हमेशा के लिए आरक्षण रहना अच्छी बात नहीं है। इसे एक समय के बाद समाप्त कर दिया जाना चाहिए।
भाजपा में मचा हड़कंप
मनमोहन वैद्य के बयान के बाद भाजपा में हड़कंप मच गया है। भाजपा हाईकमान का मानना है आरएसएस चीफ मोहन भागवत के आरक्षण विरोधी बयान के कारण भाजपा बिहार चुनाव हार गई थी। अब मनमोहन वैद्य का बयान ऐसे समय पर आया है जब 4 राज्यों में चुनाव चल रहे हैं।
देश भर में हुए थे प्रदर्शन
आरएसएस चीफ मोहन भागवत के आरक्षण विरोधी बयान के बाद भागवत के समर्थन और आरक्षण के विरोध में देश भर में प्रदर्शन हुए थे। उस समय आरक्षण के खिलाफ जो माहौल बना वो अब तक जारी है। लोग अभी भी सोशल मीडिया पर पूरी मुखरता के साथ आरक्षण का विरोध करने लगे हैं।
मनमोहन वैद्य ने दिया बयान
आरएसएस के अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख मनमोहन वैद्य जयपुर साहित्य उत्सव (लिट फेस्टिवल) में हिस्सा ले रहे थे। इसी दौरान वैद्य ने कहा कि किसी भी राष्ट्र में हमेशा के लिए आरक्षण की व्यवस्था का होना अच्छी बात नहीं है। सबको समान अवसर और शिक्षा मिले।
सेक्युलर शब्द पर उठाए सवाल
प्रचार प्रमुख ने संविधान में 'सेक्युलर' शब्द पर भी सवाल उठाया। वैद्य ने कहा कि 'सेक्युलर' शब्द संविधान में साल 1976 में चुपके से जोड़ा गया है। उन्होंने सवाल उठाया कि क्या किसी ने इस शब्द की मांग की थी। इसे क्यों शामिल किया गया।