राजेश शुक्ला/अनूपपुर। INDIRA GANDHI NATIONAL TRIBAL UNIVERSITY अमरकंटक में 18 जनवरी से बीए, बीएड तथा बीएससी बीएड विषयो की मान्यता न मिलने के कारण 300 छात्र-छात्राओं ने अनिश्चित कॉलीन हडताल शुरू कर दी है। वहीं विश्वविद्यालय परिसर में हडताल कर नारे लगा रहे छात्र-छात्राओं को रात के समय में हॉस्टल अधीक्षक व अधीक्षिका ने हॉस्टल खाली करने के मौखिक आदेश दे दिए इसके साथ ही मेस को भी बंद कर दिया जिसके बाद सभी छात्र-छात्राएं परिसर में ही पूरी रात ठंड में भूखे प्यासे आग जलाकर पडे रहे।
खुले आसमान के नीचे ठंड में पड़ी रही छात्राएं
अमरकंटक विश्वविद्यालय उक्त दोनो विषयों की मान्यता प्राप्त न होने के बावजूद 300 छात्र-छात्राओ के भविष्य की बिना चिंता किए हुए उन्हे प्रवेश दे दिया गया। इसके पहले भी इन्ही छात्रो ने उक्त विषयो की मान्तया नमिलने की बात पर विश्वविद्यालय में हडताल कर नारे बाजी की गई थी जिसके बाद प्रबंधन ने जल्द ही मान्यता मिल जाने की बात कह छात्राओं को समझाईश देकर हडताल बंद कराया था लेकिन इस बार सभी छात्र-छात्राओ ने अब तक दोनों विषयो की मान्यता न मिलने पर खुले आसमान के नीचे विश्वविद्यालय परिसर के अंदर ही रात रात बिताई।
हॉस्टल खाली करने के दिए मौखिक आदेश
छात्र-छात्राओ द्वारा किए जा रहे अनिश्चित कॉलीन हडताल पर विश्वविद्यालय प्रबंधन द्वारा हडताल बंद करने की लगातार समझाईश दी गई। लेकिन हडताल बंद नही करने पर हॉस्टल प्रबंधन ने सभी छात्र-छात्राओ को हॉस्टल खाली करने के मौखिक आदेश दे दिया गया। जिसके बाद सभी छात्र-छात्राओ ने परिसर में आग जलाकर पूरी रात बिताई वहीं पूरा रास्ता बंद कर दिया गया था, इस बीच इसकी जानकारी गृह मंत्री को लगी जिसके बाद पुलिस बल भेजा गया जहां सभी छात्र-छात्राओ को रास्ता रोकने वाले छात्रो को समझाया गया जिसके बाद उन्होने रास्ता खोला।
प्रभारी कुल सचिव ने दी समझाईश
19 जनवरी को अनिश्चित कॉलीन धरने में बैठीं छात्राओ को हडताल बंद करने के लिए कुल सचिव आलोक श्रोतिया ने समझाईया के लिए पहुंचे तथा एक महीने का समय दो विषयो की मान्यता मिल जाने का आश्वासन दिया लेकिन छात्रो ने उनकी नही सुनी और हडताल जारी रखी है। वहीं 18 जनवरी की रात को मेस बंद कर दिए जाने पर सभी छात्रो ने सड़क पर बैठक भोजन किया।