IGNTU में छात्रों की तालाबंदी, मामला फर्जी कोर्स संचालन का

राजेश शुक्ला/अनूपपुर। INDIRA GANDHI NATIONAL TRIBAL UNIVERSITY अमरकंटक में 18 जनवरी को बिना मान्यता प्राप्त बीए बीएड तथा बीएससी बीएड विषयों के बावजूद विश्वविद्यालय प्रबंधन के लगभग 300 छात्र-छात्राओ के भविष्य को अंधकार में डाला जा रहा है, जिसको लेकर छात्र-छात्राओ ने 18 जनवरी को अनिश्चित कॉलीन हडताल कर विश्वविद्यालय के गेट में तालाबंदी कर विश्वविद्यालय प्रबंधन के खिलाफ नारेबाजी की गई इसके साथ ही उक्त विषयो की मान्यता संबंधित समस्याओं के निराकरण किए जाने की बात कही गई।

यह है मामला
इंदिरा गांधी राष्ट्रीय जनजातीय विश्वविद्यालय अमरकंटक ने वर्ष 2013 में 4 वर्षीय बीएबीएड और बीएससी बीएड 2 नए विषय प्रारंभ किए गए। 8 सेमेस्टर वाले इन कोर्स में करीब 300 छात्र-छात्राओ को प्रवेश देकर उक्त विषयो की पढ़ाई भी प्रारंभ करा दी गई और विश्वविद्यालय प्रबंधन ने नेशनल काउंसिल और टीचर एजुकेशन की जरुरी मान्यता नहीं ली गई, जिसका पता छात्र-छात्राओ को 3 वर्ष बाद पता चला और अपना भविष्य अंधकार में देखते हुए छात्र-छात्राओ ने विश्वविद्यालय प्रबंधन के पास कई प्रश्र रख दिए और प्रबंधन के संतोषजनक जवाब न मिल पाने के कारण विश्वविद्यालय पर प्रबंधन पर धोखाधडी का आरोप लगाते हुए अनिश्चत कॉलीन हडताल कर रहे है।

300 छात्रो का भविष्य अंधकारमय
बीएबीएड और बीएससी बीएड में अध्ययनरत 300 छात्र-छात्राओ को अपना भविष्य अंधकारमय नजर आ रहा है। प्रबंधन द्वारा नए कोर्स में प्रवेश दिए जाने तथा 3 वर्ष बाद उस कोर्स की डिग्री नहीं मिल पाने के कारण उनका पूरा भविष्य अंधकारमय हो गया है। छात्रो के विरोध के बाद विश्वविद्यालय प्रबंधन अपनी गलती मान रहा है। कुलपति ने पहले ही माना कि कोर्स शुरु करने से पहले एनसीईटी की जरूरी मान्यता लेना था। लेकिन एैसा नहीं हो पाया और मान्यता संबंधी नियम बदल गए जिसके कारण दोनो नए विषयो की मान्यता नहीं मिल पा रही है।

विश्वविद्यालय ने जारी किए आदेश
इंदिरा गांधी राष्ट्रीय जनजातीय विश्वविद्यालय अमरकंटक के कुलसचिव ने 17 जनवरी को सूचना जारी किया था जिसमें शिक्षा विभाग के समस्त छात्र-छात्राओं को सूचित किया जाता है कि शिक्षा संकाय से विभिन्न मांगो के संबंध में पत्र 16 जनवरी को विश्वविद्यालय प्रशासन को प्राप्त हुआ है। जिसके तहत 18 जनवरी से हडताल एवं ताला बंदी की अनुमति मांगी है। आपकी पाठ्यक्रम संबंधी समस्त मांगो पर विश्वविद्यालय प्रशासन निरंतर प्रयासरत है और जल्द ही इनका समाधान होगा। आपको धरना प्रदर्शन की अनुमति नहीं दी जा रही है। हडताल एवं तालाबंदी जैसी गतिविधियों अथवा विश्वविद्यालय के कार्य में बांधा पहुंचाने में शामिल पाए जाने पर अनुशासत्मक कार्यवाही की जा सकती है।

इनका कहना है
छात्रो को हडताल छोडकर पढाई में ध्यान देना चाहिए, इन विषयो की मान्यता के लिए प्रयास किया जा रहा है, निश्चित ही सफलता मिलेगी। छात्रों का नुकसान नही होने दिया जाएगा।
प्रभारी कुलसचिव, 
इंदिरा गांधी जनजातीय विश्वविद्यालय अमरकंटक

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