BJP MLA के यूज्ड कंडोम भी संभालकर रखती थी जाहिदा

भोपाल। शेहला मसूद के मर्डर की सुपारी देने वाली जाहिदा परवेज भाजपा विधायक ध्रुवनारायण सिंह के प्यार में इस कदर पागल थी कि वो भाजपा के तत्कालीन विधायक के यूज्ड कंडोम भी प्लास्टिक पाउच में संभालकर रखती थी। इतना ही नहीं वो प्लास्टिक पैक के ऊपर उसको यूज करने की तारीख भी लिखती थी। बता दें कि 6 साल चले इस केस में 137 तारीखों पर सुनवाई हुई। इस दौरान CBI ने 83 गवाह पेश किए थे।

वर्ष 2011 में हुआ था मर्डर
शेहला RTI एक्टिविस्ट थीं। उनका भोपाल में 2011 में मर्डर हुआ था। शेहला(38)घर से ऑफिस जाने के लिए निकली थीं। जैसे ही वे कार में बैठीं,उन्हें गोली मार दी गई। फैसला आने के बाद शेहला के पिता ने कहा,'मैं फैसले का सम्मान करता हूं। अब मेरी बेटी तो वापस नहीं आएगी। मुझे और कुछ नहीं कहना।'पड़ोसियों ने भी कोई प्रतिक्रिया नहीं दी।

प्यार में बंटवारा नहीं हुआ बर्दाश्त
CBI के तत्कालीन संयुक्त निदेशक केशव कुमार के नेतृत्व में एक टीम ने 29 फरवरी, 2012 को जाहिदा परवेज के MP नगर स्थित दफ्तर पर दबिश दी थी। आर्किटेक्चर कंपनी चलाने वाली जाहिदा के आफिस से एक अहम चीज मिली थी, वह जाहिदा की डायरी थी। इसी डायरी से पूरा केस खुला। जाहिदा की डायरी में शेहला की हत्या वाले दिन 16 अगस्त, 2011 को लिखा गया था,‘उसे उसके घर के सामने गोली मार दी गई। मैं सुबह से ही परेशान थी। अली (साकिब अली ‘डेंजर’, जिसने भाड़े के हत्यारों को हत्या का काम सौंपा था) ने 11:15 बजे फोन किया कि मुबारक हो साहिब, हमने उसके घर के सामने काम कर दिया। हत्या की पुष्टि के लिए मैंने अपने एक कर्मचारी को शेहला के घर भेजा। उसके बाद मुझे सुकून मिला।’

जाहिदा के आफिस की करीब 2 घंटे तलाशी ली गई थी। इसमें ऐसे कई सबूत हाथ लगे थे, जो साबित करते थे कि BJP के ताकतवर नेता ध्रुव नारायण सिंह के साथ जाहिदा के प्रेम संबंध थे। उनकी दूसरी प्रेमिका शेहला थी। जाहिदा इसी कारण से शेहला को पसंद नहीं करती थी।

प्लास्टिकों की थैलियों में रखे हुए थे यूज्ड कंडोम
CBI को जाहिदा की डायरी से ध्रुव के साथ उसके अवैध यौन संबंधों की जानकारी पता चली थी। आफिस से एक सीडी रिकॉर्डिंग, वहीं प्लास्टिंग की थैलियों में संभालकर रखे यूज्ड कंडोम भी मिले थे। उन पर इस्तेमाल की तारीख भी लिखी गई थी। मामला तूल पकड़ने के बाद ध्रुव नारायण सिंह को BJP के उपाध्यक्ष पद से इस्तीफा देना पड़ा था।

पॉलीग्राफ टेस्ट के बाद ध्रुव को मिली क्लीन चिट
जाहिदा ने दावा किया था कि ध्रुव ने ही उसे साकिब अली ‘डेंजर’ से मिलवाया था। हालांकि जाहिदा पर्याप्त सबूत नहीं दे सकी। CBI ने 15 अगस्त, 2011 को शेहला को किए गए ध्रुव के कॉल की जांच की। उसके बाद पॉलीग्राफ टेस्ट भी करवाया गया। बाद में क्लीन चिट दे दी गई।

2000 से ही थे ध्रुव और शेहला के बीच संबंध
ध्रुव के साथ शेहला के संबंध 2000 से थे। उस समय वह अपनी पहली इवेंट कंपनी मिरेकल्स खोलने के लिए दिल्ली से भोपाल लौटी थी। उसने जामिया मिल्लिया इस्लामिया से जनसंचार का पाठ्यक्रम पूरा करने के बाद दिल्ली में अमिताभ बच्चन कॉर्पोरेशन लिमिटेड के साथ काम करते हुए इवेंट मैनेजमेंट का अनुभव हासिल किया था। कहा जाता है कि 2003 और 2007 के बीच भोपाल विकास प्राधिकरण के चेयरमैन के रूप में ध्रुव ने शहला के बिजनेस में मदद की थी।

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