भोपाल। केंद्रीय स्वास्थ्य राज्यमंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते का सामान्य ज्ञान अब ठीक हो गया है, लेकिन इसके लिए काफी बवाल मचा। जब बात नहीं बनी तो बैकफुट पर आ गए। पहले उन्होंने कहा था कि 2 बच्चों के बीच 3 साल का अंतर रखने का कानून है, लोग पालन नहीं करते, इसलिए बच्चे कुपोषित हो जाते हैं। संशोधित बयान में उन्होंने कहा कि ऐसा होना चाहिए, यह सलाह है। जरूरत पड़ी तो चर्चा और सहमति के बाद कैबिनेट में लाकर इसका कानून बनवाएंगे।
बता दें कि आदिवासी नेता कुलस्ते के बयान के बाद काफी बवाल मच गया था। मामला कुलस्ते की योग्यता पर सवाल से होता हुआ भाजपा में जातिवाद की राजनीति तक पहुंच गया था। सोशल मीडिया पर कहा जा रहा था कि मोदी सरकार में भी जातिवाद के दवाब में मंत्रीपद बांट दिए गए हैं। कांग्रेस की तरह भाजपा भी योग्यता को महत्व नहीं देती।
इधर कुलस्ते के समर्थकों ने मंत्रीजी के बचाव में बेतुकी दलीलें देना शुरू कर दिया था। समर्थकों ने यहां तक दलीलें देना शुरू कर दिया था कि गलतियां केवल कुलस्ते नहीं करते, मोदी सरकार के दूसरे मंत्री भी करते हैं। कोशिश की जा रही थी कि बाकी मंत्रियों की गलतियां दिखाकर कुलस्ते की गलतियों को छुपा दिया जाए, लेकिन शायद ऐसा हो ना सका। अंतत: कुलस्ते ने भोपाल में दिए एक बयान के दौरान अपने पुराने बयान को संशोधित किया।