मप्र में डॉयल-100 का सर्वर हाईजैक, सुरक्षा इंतजाम ही नहीं थे

भोपाल। मप्र में डॉयल-100 का सर्वर हैक कर लिया गया है। साइबर आतंकवादियों ने डॉयल-100 के सर्वर पर रेंसम मेलवेयर के 'लॉकी' नामक वायरस का हमला किया। डॉयल-100 के सर्वर की सुरक्षा के लिए तैनात पुराना एंटी वायरस उसका मुकाबला नहीं कर पाया और हमलावर अपने मंसूबो में सफल हो गए। 4 दिन से तमाम तकनीकी विशेषज्ञ सर्वर को मुक्त कराने की कोशिश कर रहे हैं परंतु अभी तक कोई सफलता हासिल नहीं हुई है। सरल शब्दों में सिर्फ इतना कहा जा सकता है कि मप्र सरकार ने डॉयल-100 की सुरक्षा के लिए पुराने हथियार वाले सिपाही लगा रखे थे जो अत्याधुनिक हमले का सामना ही नहीं कर पाए। 

अब मप्र पुलिस ने अपनी मदद के लिए केरल पुलिस की एक टीम को बुलाया है। देखते हैं उनका रेस्क्यू आॅपरेशन कितना सफल हो पाता है। एसपी डॉयल-100 अमित सक्सेना ने बताया कि वायरस आने के बाद हमने मोबाइल डाटा टर्मिनल (एमटीडी) को बंद कर दिया है। इससे हमारे काम पर कोई फर्क नहीं पड़ा है। सिर्फ कॉल और डाटा का रिकॉर्ड फिलहाल बंद हो गया है। हमने इस संबंध में इंडियन कम्प्यूटर इमरजेंसी रिस्पांस टीम को जानकारी दे दी है। हमारी टीम इससे निपटने का प्रयास कर रही है।

देशभर की 1000 कंपनियों का सर्वर हैक
रेंसम मेलवार ने देशभर के एक हजार से अधिक सरकारी, बैंकिंग और प्राइवेट कंपनियों पर अटैक किया है। हैदराबाद में ही 50 से अधिक विभाग और निजी कपंनियों पर इसका अटैक हुआ है। इधर भारत सरकार की इंडियन कम्प्यूटर इमरजेंसी रिस्पांस टीम का कहना है कि यह वायरस लंबे समय से देशभर में सक्रिय है। यह ई-मेल, इंटरनेट और पेन ड्राइव से भी आ सकता है। एक बार कम्प्यूटर पर आने के बाद वह पहले सीपीयू फिर सर्वर को हैक करता है। इससे निपटने के लिए अपडेट एंटी-वायरस होना जरूरी है।

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