भोपाल। नेट, स्लेट या पीएचडी कर चुके युवाओं के लिए अच्छी खबर है। उच्च शिक्षा विभाग अगले एक साल में करीब 9 हजार 210 विभिन्न पदों पर भर्ती करने जा रहा है। इनमें 7 हजार 348 पद असिस्टेंट प्रोफेसर के पद हैं, जिन पर एमपी पीएससी के माध्यम से सीधी भर्ती होगी, इसकी तैयारी शुरू हो चुकी है। इसके अलावा प्रोफेसर व उससे ऊपर के पद पदोन्नति के द्वारा भरे जाएंगे।
गौरतलब है कि बीते कई सालों से प्रदेश के सभी विश्वविद्यालयों और सरकारी कॉलेजों में हजारों पद खाली पड़े हुए हैं। इस स्थिति में सरकारी कॉलेज प्रभारी प्राचार्य और अतिथि विद्वानों के भरोसे संचालित हो रहे हैं। यह हालात विश्वविद्यालय विनिमायक आयोग (यूजीसी) के द्वारा वर्ष 2010 में किए गए भर्ती नियमों में बदलाव के बाद सरकार द्वारा संशोधन नहीं करने के कारण बने।
अब 25 साल बाद सरकार ने भर्ती नियमों को संशोधन के साथ जारी कर दिया है। जिससे खाली व नए पदों पर भर्ती का रास्ता साफ हो गया है। सरकार ने इसके साथ ही वर्ष 2016 तक सभी खाली पदों पर भर्ती करने की तैयारी भी कर ली है। यूजीसी के नियमों के अनुसार असिस्टेंट प्रोफेसर के लिए नेट, स्लेट या पीएचडी अनिवार्य है। पीएचडी यूजीसी के वर्ष 2009 के नियमों के तहत मान्य होगी। इसके अलावा अन्य भर्ती और पदोन्नति में भी यूजीसी के वर्ष 2010 के नियम लागू होंगे।
- इन पदों पर होना हैं भर्तियां
- पीजी प्राचार्य- 98
- यूजी प्राचार्य, संयुक्त संचालक, एनएसएस अधिकारी- 333
- प्रोफेसर-704
- असिस्टेंट प्रोफेसर- 7348
- खेल अधिकारी-342
- लायब्रेरियन- 385
- कुल पद- 9210
- ऐसे भरे जाएंगे पद
- यूजी प्राचार्य- 100 प्रतिशत पदोन्नति
- यूजी प्राचार्य, संयुक्त संचालक, एनएसएस अधिकारी- 100 प्रतिशत पदोन्नति
- प्रोफेसर- 25 प्रतिशत सीधी भर्ती 75 फीसदी पदोन्नति
- असिस्टेंट प्रोफेसर-100 फीसदी सीधी भर्ती
- खेल अधिकारी-100 फीसदी सीधी भर्ती
- लायब्रेरियन- 100 फीसदी सीधी भर्ती
इनका कहना है
खाली पदों को भरने के लिए भर्ती नियम बनाए गए हैं। यूजीसी के नियमों के तहत एमपी पीएससी से सीधी भर्ती होगी। खाली पदों को जल्द से जल्द भरा जाएगा।
आरके विजय, उप सचिव, उच्च शिक्षा
- इनपुट श्री रामगोपाल सिंह राजपूत, पत्रकार, नवदुनिया भोपाल