CMO और सब इंजीनियर ने की सीएम हेल्पलाइन में जालसाजी

ललित मुदगल@एक्सरे/शिवपुरी। भले ही भोपाल में शिवराज सिंह चौहान सीएम हेल्पलाइन के प्रति पूरी तरह से संजीदा हों परंतु जिलास्तर पर अधिकारी सीएम हेल्पलाइन में किस तरह के जालसाजीपूर्ण जवाब दे रहे हैं, यह मामला इसकी एक नजीर है। आईए इस मामले का शिवपुरी सामाचार डाट कॉम के कम्प्यूटर पर एक्सरे करते है।

शिवानगर निवासी केके वशिष्ठ पुत्र मोतीलाल वशिष्ठ का इस कॉलोनी में टू साईड मकान है और इन महाशय ने अपने मकाने के दोनो ओर आने-जाने के आम रास्ते पर 8x 50 का और 4x30 का अतिक्रमण कर लिया है जिससे कॉलोनी वासियो को आने-जाने में परेशानी होती है।

इस आम रास्ते पर किए गए अतिक्रमण की शिकायत इस कॉलोनी में रहने वाले रोहणी अवस्थी ने सीएम हैल्पलाईन 181 में की, यह शिकायत 22-10-2014 को की और इन्है इस शिकायत का नंबर 326160 दिया गया।

इस शिकायत को भोपाल से शिवपुरी नपा में कार्रवाई हेतु भेजा गया और इस शिकायत को लेकर नपा के अधिकारी आरडी शर्मा मौक पर गए, अतिक्रमणकारी के घर जाकर चाय पी और शिकायतकर्ता का ही मकान की नाप तौल कर डाली। उन्हं शिकायतकर्ता का मकान ही अतिक्रमण में नहीं लगा और आम रास्ते पर 8x 50 का और 4x30 अतिक्रमण नही दिखा।

आज करीब तीन दिन पूर्व शिकायतकर्ता ने पुन: 181 पर कॉल कर अपनी शिकायत का अपडेट जाना तो वहां कॉल सेंंटर से जबाव आया की आपकी शिकायत नस्तीवद्व कर दी गई है शिकायत के निवटारे मेें कहा गया कि ये शिकायत फर्जी की गई है वहां कोई अतिक्रमण नही है। शिकायतकर्ता और जिसकी शिकायत की गई है वह दोनो पडौसी ने है और आपसी पुराने विवाद को लेकर यह झूठी शिकायत की गई है। इसलिए इस शिकायत को नस्तीवद्व किया जाना उचित होगा।

आप खुद ही देखिए, सरकारी जमीन पर हुए अतिक्रमण के मामले को किस चतुराई के साथ आपसी विवाद बताकर अतिक्रमणकर्ताओं का खुला समर्थन कर रहे हैं ये दो अधिकारी। यदि 181 में इसी तरह की जालसाजियां होतीं रहीं तो सीएम हेल्पलाइन का भी कोई महत्व नहीं रह जाएगा।

खैर यह जवाब देकर, दोनों अधिकारी अपनी ही कलम में फंस गए हैं। मोहल्ले के कुछ दूसरे जागरुक नागरिक भी एक्टिव हो गए हैं और कुछ समाजसेवी वकीलों ने भी इस मामले की पड़ताल शुरू कर दी है क्योंकि अब विषय सरकारी जमीन पर अतिक्रमण का नहीं बल्कि सीएम हेल्पलाइन में जालसाजी का हो गया है।

#buttons=(Accept !) #days=(20)

Our website uses cookies to enhance your experience. Check Now
Accept !