केन्द्र में वापस जाना नहीं चाहते शिवराज, सहस्त्रबुद्धे को लगाया मख्खन का भोग

भोपाल। केन्द्र की राजनीति से मप्र की राजनीति में प्रतिनियुक्ति पर आए शिवराज सिंह चौहान अब एमपी केडर में ही जमे रहना चाहते हैं। वो वापस दिल्ली जाना नहीं चाहते। कम से कम इस समय तो कतई नहीं, अत: उन्होंने प्रतिनियुक्ति समाप्ति का संदेश लेकर आए एमपी इंचार्ज विनय सहस्त्रबुद्धे की आज जमकर वंदना की।

भारतीय जनता पार्टी नगरीय निकाय चुनाव अभियान समिति और प्रदेश पदाधिकारियों की संयुक्त बैठक में सीएम शिवराज सिंह चौहान ने जिन शब्दों का उपयोग करते हुए महिमामंडन किया आप कह सकते हैं कि सिर्फ आरती की थाली और थाली में दीपक ही शेष रह गया था।

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि श्री विनय सहस्त्रबुद्धे घनघौर परिश्रमी, अध्ययनशील और मूर्धन्य विचारक है। उन्होनें देश में विचार के विस्तार और प्रशिक्षण के लिए एक प्रशिक्षण संस्थान की कल्पना को रामभाऊ प्रबोधनी संस्थान के रूप में आकार दिया।

वे वास्तव में संस्थान की आत्मा है। वैचारिक अनुष्ठान के प्रणेता है, एकात्म मानवदर्शन के वक्ता, प्रशिक्षक और विस्तारक के रूप में कीर्ति स्थापित की है।

इससे पूर्व श्री शिवराज सिंह चौहान एमपी इंचार्ज श्री विनय सहस्त्रबुद्धे को लिवाने अपने साथियों के साथ एयरपोर्ट पहुंचे और वहां भी श्री विनय सहस्त्रबुद्धे का गर्मजोशी के साथ स्वागत किया गया। ना सिर्फ स्वागत किया गया बल्कि इस स्वागत को प्रचारित भी कराया गया।

अब ये बताने की जरूरत तो नहीं कि श्री विनय सहस्त्रबुद्धे को यह मख्खन का भोग क्यों लगाया जा रहा है। 

जिक्र-ए-खास तो यह भी है कि पहली बार ऐसा हुआ कि भारतीय जनता पार्टी नगरीय निकाय चुनाव अभियान समिति और प्रदेश पदाधिकारियों की संयुक्त बैठक को शिवराज सिंह चौहान ने संबोधित किया परंतु भाजपा मीडिया सेंटर ने उनकी एक भी फोटो जारी नहीं की। 


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