मध्य प्रदेश के ग्वालियर चंबल संभाग की स्थिति चिंताजनक होती जा रही है। यहां एक सुनियोजित साजिश के तहत जाति विशेष के लोगों को भड़काया जा रहा है। मध्य प्रदेश के अलावा उत्तर प्रदेश और राजस्थान के जातिवादी नेता ग्वालियर चंबल संभाग की शांति भंग करने की साजिश रच रही है। नतीजा, एक के बाद एक मामले सामने आ रहे हैं। ग्वालियर में हाई कोर्ट विवाद, भिंड में कलेक्टर के प्रति अभद्रता भरे भाषण के बाद आज शिवपुरी में भगवान श्री राम का अपमान करता हुआ वीडियो वायरल हुआ है।
शिवपुरी में भगवान श्री राम का अपमान
मध्य प्रदेश, ग्वालियर संभाग, शिवपुरी जिले में सीहोर थाना के अंतर्गत आने वाले गांव कांकर के रहने वाले एक ग्रामीण जवान सिंह जाटव (अध्यक्ष बुद्ध बिहार समता समाज सेवक समिति) द्वारा फेसबुक पर एक वीडियो अपलोड किया गया है। यह वीडियो AI - आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की मदद से बनाया गया है। इस वीडियो में डॉ भीमराव अंबेडकर, भगवान श्री राम के साथ हिंसा करते हुए दिखाई दे रहे हैं। यह वीडियो इतना आपत्तिजनक है कि हम ना तो वीडियो अपलोड कर रहे हैं और ना ही उसका स्क्रीनशॉट प्रदर्शित कर रहे हैं। बजरंग दल प्रखंड के सहसंयोजक श्री देवेंद्र सिंह गुर्जर ने मामला दर्ज करवाया है। पुलिस ने जवान सिंह जाटव के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की धारा 299 (धर्म अथवा धार्मिक विश्वास का अपमान, सजा 3 साल) और आईटी एक्ट 2000 की धारा 67a (3 साल जेल, 500000 जुर्माना) के तहत मामला दर्ज किया है।
जवान सिंह तो आउटपुट है, क्रिएटर तक पहुंचना जरूरी है
इस मामले में वीडियो वायरल करने वाला जवान सिंह जाटव तो इस वीडियो का केवल आउटपुट है। बहुत स्पष्ट रूप से समझ में आ रहा है कि यह वीडियो एक साजिश के तहत जाति विशेष के लोगों के बीच में वायरल किया गया है। वर्ग विशेष के प्रति नफरत को बढ़ाने के लिए इस तरह के प्रपंच किए जाते हैं। बहुत जरूरी है कि पुलिस इन्वेस्टिगेशन के दौरान वीडियो के क्रिएटर तक पहुंचे। वीडियो को बनाने वाला और उसको प्रसारित करने वालों को गिरफ्तार किया जाए।
मध्य प्रदेश सरकार के लिए अलर्ट
यह स्थिति मध्य प्रदेश सरकार के लिए अलर्ट है। ग्वालियर हाईकोर्ट परिसर में किसी मूर्ति की स्थापना करना या ना करना, राजनीतिक मुद्दा नहीं हो सकता है। इसके बावजूद लंबे समय से कुछ शरारती तत्व इस मुद्दे को पॉलीटिकल रंग देने की कोशिश कर रहे हैं और अब तक सफल भी होते आ रहे हैं। पिछले दिनों किसानों की समस्याओं के नाम पर भिंड कलेक्टर कार्यालय के सामने प्रदर्शन किया गया। यहां कुछ नेताओं ने कलेक्टर के प्रति अभद्र भाषा और आपत्तिजनक शब्दों का प्रयोग किया। यह सभी घटनाएं स्पष्ट संकेत दे रही है कि ग्वालियर चंबल संभाग में अनुसूचित जाति के लोगों को सरकार के प्रति और अन्य जातियों के लोगों के प्रति भड़काया जा रहा है। सरकार ने यदि अभी कंट्रोल नहीं किया तो ग्वालियर में हुई पिछली घटना से बड़ी घटना हो सकती है।