भारत में मौसम बदल रहा है। कुछ राज्यों में दोपहर का तापमान 35 डिग्री से अधिक हो चुका है। जबकि कुछ राज्यों में मौसम अभी भी सुहावना बना हुआ है। पिछले 24 घंटे में भारत के नौ राज्यों में तापमान में 3 डिग्री की गिरावट दर्ज की गई। होली से पहले मौसम बड़ा मजेदार हो गया, जबकि 17 राज्यों में तापमान में 2 डिग्री की बढ़ोतरी देखी गई।
WEATHER NEWS - भारत के 26 राज्यों में तापमान परिवर्तित हुआ
12 मार्च को, हरियाणा, दिल्ली और इससे सटे पश्चिमी उत्तर प्रदेश, राजस्थान, गुजरात, उत्तरी कोंकण, दक्षिण आंतरिक कर्नाटक, पुडुचेरी, सिक्किम और पूर्वोत्तर राज्यों के कई हिस्सों में अधिकतम तापमान में 24 घंटों में 1-3 डिग्री सेल्सियस की गिरावट देखी गई है; श्रीनगर, लद्दाख, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश के शेष हिस्सों, आंतरिक महाराष्ट्र, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, उत्तर आंतरिक कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, ओडिशा, झारखंड, बिहार, पश्चिम बंगाल और अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के कई हिस्सों में 24 घंटों में 1-2 डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी देखी गई है।
INDIA WEATHER SATELLITE MAP पर देखिए 12 घंटे में तापमान किस प्रकार बदला
Meteorological Analysis (Based on 1730 hrs IST)
- पश्चिमी अफगानिस्तान और उसके आसपास के क्षेत्रों में औसत समुद्र तल से 3.1 किमी ऊपर एक चक्रवाती परिसंचरण के रूप में पश्चिमी विक्षोभ बना हुआ है।
- दक्षिण-पश्चिम राजस्थान और उसके आसपास के क्षेत्रों में समुद्र तल से 0.9 किमी ऊपर चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है।
- पूर्वी बांग्लादेश और उसके आसपास के क्षेत्रों में समुद्र तल से 0.9 किमी ऊपर चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है।
- पूर्वी असम और उसके आसपास के क्षेत्रों में समुद्र तल से 3.1 किमी ऊपर एक चक्रवाती परिसंचरण के रूप में द्रोणिका देखी जा रही है, तथा अक्षांश 25°N के उत्तर में देशांतर 93°E के साथ औसत समुद्र तल से 5.8 किमी ऊपर एक द्रोणिका बनी हुई है।
- पश्चिमी भूमध्यरेखीय हिंद महासागर और समीपवर्ती मालदीव क्षेत्र में समुद्र तल से 0.9 किमी ऊपर चक्रवाती परिसंचरण बना हुआ है।
- पश्चिमी भूमध्यरेखीय हिंद महासागर और समीपवर्ती मालदीव क्षेत्र से चक्रवाती परिसंचरण से तमिलनाडु तट से दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी तक औसत समुद्र तल से 0.9 किमी ऊपर पूर्वी हवा की दिशा में गर्त बना हुआ है।
- चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र कोमोरिन क्षेत्र में समुद्र तल से 5.8 किमी ऊपर बना हुआ है।
2025 में गर्मी कैसी पड़ेगी, पूर्वानुमान पढ़िए
IMD -India Meteorological Department के अनुसार इस साल भारत में गर्मी अपने सारे रिकॉर्ड तोड़ देंगी। भारत की ज्यादातर इलाकों की जमीन गर्मी से लाल हो जाएगी। समुद्र का शानदार तट और पर्यटकों की पसंद गोवा आग का गोला बन जाएगा।
मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि इस बार ठंड के मौसम में बारिश बहुत कम हुई, जिससे तापमान ज्यादा बढ़ रहा है। स्काईमेट वेदर के उपाध्यक्ष महेश पलावत के मुताबिक, "इस बार देश में सर्दी काफी सूखी रही है। मध्य प्रदेश के ऊपर एक एंटी-साइक्लोन बना हुआ था, जिसने पश्चिमी तट की तरफ गर्म हवाएं भेजीं। इन हवाओं की वजह से समुद्र की ठंडी हवा देर से आई, जिससे तापमान तेजी से बढ़ा। तटीय इलाकों में नमी ज्यादा होने से गर्मी और असहनीय हो गई।"
डॉ. अक्षय देवरस, जो ब्रिटेन की यूनिवर्सिटी ऑफ रीडिंग में मौसम विज्ञान के शोधकर्ता हैं, उन्होंने बताया कि अमेरिका की क्लाइमेट एजेंसी ‘क्लाइमेट सेंट्रल’ के मुताबिक, पणजी में 25-27 फरवरी के बीच तापमान में कम से कम 5 गुना बढ़ोतरी मानव-जनित जलवायु परिवर्तन की वजह से हुई। मुंबई में भी तापमान 3 गुना ज्यादा बढ़ा, जो सीधे तौर पर ग्लोबल वॉर्मिंग का असर है।
आईएमडी के मुताबिक, अगले कुछ दिनों तक गर्मी और उमस बनी रहेगी, भले ही हीटवेव थोड़ी कम हो जाए। अगर हालात ऐसे ही रहे, तो 2025 भारत के सबसे गर्म सालों में शामिल हो सकता है।
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