Amazing facts in Hindi about Karna mahabharat
यह तो हम सभी जानते हैं कि स्वयंवर में द्रौपदी ने कर्ण को सूत पुत्र होने के कारण अस्वीकार कर दिया था। द्रौपदी के इस व्यवहार से कर्ण ने अपमानित महसूस किया और महाभारत के युद्ध में पांडवों के खिलाफ खड़े होने का एक कारण यह भी था परंतु क्या द्रौपदी द्वारा अस्वीकार किए जाने के बाद करण की शादी हुई थी। क्या कर्ण का अपना कोई परिवार था। आइए पढ़ते हैं:-कर्ण की पत्नी कौन थी और कैसी थी
कथाओं में बताया गया है कि द्रौपदी के स्वयंवर में अपमानित होने के बाद कर्ण काफी निराश हो गए थे। तब उनके पिता अधिरथ और राधा ने उन्हें मोरल सपोर्ट दिया और याद दिलाया कि उन्हीं की समकक्ष वृषाली उसे बचपन से प्रेम करती है। वृषाली का जिक्र आते ही कर्ण का डिप्रेशन खत्म हो गया। उन्होंने प्रसन्नता पूर्वक और यथाशक्ति धूमधाम के साथ वृषाली से विवाह किया। इनके प्रेम से वृषसेन, सुषेण तथा वृषकेत नामक तीन पुत्रों ने जन्म लिया। कहा जाता है कि वृषाली एक चरित्रवान, पतिव्रता और धर्म परायण स्त्री थी।
वृषाली को चीरहरण की घटना का पहले ही आभास हो गया था और उन्होंने द्रोपदी को परामर्श दिया था कि वह अपने मायके चली जाए परंतु द्रौपदी ने उनके परामर्श को स्वीकार नहीं किया। कथाओं में यह भी बताया जाता है कि महाभारत में कर्ण की मृत्यु के बाद वृषाली उनके शव को लेकर सती हो गई थी। राजनीतिक गठबंधन के चलते कर्ण ने दूसरा विवाह भी किया था। दूसरी पत्नी का नाम सुप्रिया था, जो दुर्योधन की पत्नी भानुमति की सहेली थी। दुर्योधन ने कर्ण की पत्नी वैशाली के भाई चित्रसेना को महाभारत के युद्ध में अपना सारथी बनाया था। मान्यताओं के अनुसार सुप्रिया को ही पद्मावती और पुन्नुरुवी के नाम से भी जाना जाना था।
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