फेफड़ों की सफाई मात्र ₹5 में और वह भी घर बैठे, ध्यान से पढ़िए home remedies for lung cleansing

कुछ सालों पहले तक केवल गांजा, हुक्का, बीड़ी एवं सिगरेट पीने वाले लोगों के फेफड़े खराब होते थे परंतु शहरों में रहने वाले लगभग हर व्यक्ति के फेफड़े खराब हो रहे हैं। अत्यधिक वायु प्रदूषण के कारण घर के भीतर महिलाओं एवं बच्चों के फेफड़े भी प्रभावित हो रहे हैं। भारत में ज्यादातर लोग नियमित रूप से अपने पेट की सफाई करते रहते हैं। सवाल यह है कि क्या वायु प्रदूषण से भरी इस दुनिया में पेट की तरह फेफड़ों की भी सफाई की जा सकती है। यहां हम आपको कुछ विकल्प बता रहे हैं जिनके माध्यम से भारत में पिछले 5000 सालों से फेफड़ों की रक्षा की जा रही है।

लहुसन फेफड़ों की सफाई करता है, कैंसर को भी रोकता है

लहुसन में कई तरह के एंटी-इनफ्लेमटरी तत्व मौजूद होते हैं। ये हर तरह के इंफेक्‍शन से लड़ने में मददगार साबित होते हैं। आयुर्वेद चिकित्सकों की माने तो लहुसन का सेवन करने से अस्‍थमा जैसी गंभीर बीमारी तक से निजात मिल सकती है। इसके सेवन से फेफड़ों के कैंसर की सम्‍भावना भी घटती है। 

पिपरमेंट श्वास नली को साफ करता है, फेफड़ों के लिए फायदेमंद

पिपरमेंट में मौजूद एंटी-ऑक्सीडेंट फेंफड़ों को स्वस्थ रखता है। यह मसल्स को रिलेक्स करके श्वास प्रणाली के रास्ते को साफ करता है। इससे फेफड़े साफ और स्वस्थ रहते हैं। 

मुलेठी गले और फेफड़ों के इन्फेक्शन को दूर करती है 

मुलेठी के एंटी-इंफ्लेमेंटरी गुण फेफड़ों की इंफैक्शन को दूर करने में बहुत लाभकारी है। गला खराब, सांस लेने में परेशानी आदि में मुलेठी चूसने से श्वसन तंत्र साफ हो जाता है। जिससे फेफड़े आसानी से अपना काम करने लगते हैं।

अदरक: फेफड़ों की सफाई का मास्टर लेकिन मौसम के अनुसार

दिन में एक बार गर्म पानी में अदरक का रस और थोड़ा-सा शहद मिलाकर पीने से फेफड़े आसानी से डिटॉक्स हो जाते हैं। इस बात का ध्यान रखें कि, गर्मी के मौसम में इसका इस्तेमाल नुकसान भी पहुंचा सकता है। 

अनार फेफड़ों में मौजूद जहर को खत्म करता है

अनार के एंटीऑक्सीडेंट फेफड़ों में फैले विषाक्त पदार्थों को आसानी से साफ करता है। दिन में 1 कटोरी अनार जरूर खाना फेफड़ो के लिए तो लाभकारी है ही, इससे शरीर में खून की कमी भी दूर होती है। 

ओरिगैनो फेफड़ों को काम करने में मदद करता है

हर्ब्स का सेवन फेफड़ों को स्वस्थ रखने में बहुत कारगर होता है। ओरिगैनो इनमें से एक है, इसमे विटामिन और पोषक तत्व हिस्टामिन को कम करते हैं जिससे फेफड़ों के जरिए ऑक्सीजन का प्रवाह आसानी से होता है। 

कैंसर से बचना है तो हर सिगरेट के बाद चार गिलास पानी पिएं

फेफड़ों से टॉक्सिन्स जैसे निकोटीन को बाहर निकालने के लिए पानी की पर्याप्त मात्रा का सेवन करना बहुत फायदेमंद होता है। ज्यादा मात्रा में पानी-पीने से शरीर से टॉक्सिन्स बाहर होते हैं।

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