ग्वालियर। शहर की सेंट्रल जेल में पॉक्सो एक्ट के आरोपी युवक ने तौलिया की रस्सी बनाकर फांसी लगा ली। 2 दिन पहले ही युवक को बालिग होने पर बाल सुधार गृह से सेंट्रल जेल में शिफ्ट किया गया था। युवक का नाम नरोत्तम रावत है और वह ग्वालियर जिले के ईंटमा गांव का निवासी है।
घटना के बाद सेंट्रल जेल के 3 प्रहरियों को लापरवाही बरतने पर सस्पेंड कर दिया गया है। सोमवार को सुबह सेंट्रल जेल परिसर में युवक का शव पेड़ पर लटका मिला। युवक के परिजन ने जेल प्रबंधन पर सवाल उठाए हैं। बताया जा रहा है कि कैदी ने 9 नंबर बैरक के पीछे पीपल के पेड़ पर फांसी लगाई है। उस पर करहिया थाना क्षेत्र में नाबालिग लड़की को भगाने का आरोप था। 1 जनवरी को युवक नरोत्तम रावत पर करहिया थाना पुलिस ने पाक्सो एक्ट के तहत नाबालिग के साथ दुष्कर्म और अपहरण का केस दर्ज किया था।
2 दिन बाद 3 जनवरी को आरोपी खुद थाने में हाजिर हो गया था। चूंकि वह नाबालिग था, इसलिए उसे बाल सुधार गृह भेज दिया गया था। बालिग होने पर शुक्रवार को उसे बाल सुधार गृह से सेंट्रल जेल शिफ्ट किया गया था।
घटना के बाद सेंट्रल जेल के 3 प्रहरियों को लापरवाही बरतने पर सस्पेंड कर दिया गया है। सोमवार को सुबह सेंट्रल जेल परिसर में युवक का शव पेड़ पर लटका मिला। युवक के परिजन ने जेल प्रबंधन पर सवाल उठाए हैं। बताया जा रहा है कि कैदी ने 9 नंबर बैरक के पीछे पीपल के पेड़ पर फांसी लगाई है। उस पर करहिया थाना क्षेत्र में नाबालिग लड़की को भगाने का आरोप था। 1 जनवरी को युवक नरोत्तम रावत पर करहिया थाना पुलिस ने पाक्सो एक्ट के तहत नाबालिग के साथ दुष्कर्म और अपहरण का केस दर्ज किया था।
2 दिन बाद 3 जनवरी को आरोपी खुद थाने में हाजिर हो गया था। चूंकि वह नाबालिग था, इसलिए उसे बाल सुधार गृह भेज दिया गया था। बालिग होने पर शुक्रवार को उसे बाल सुधार गृह से सेंट्रल जेल शिफ्ट किया गया था।