भोपाल। एमपी नगर में नगर निगम ने दुकानों के बाहर लगे हुए विज्ञापन बोर्ड हटाने की कार्रवाई की। एमपी नगर जोन नंबर 1 में ज्योति सिनेप्लेक्स में कार्रवाई की गई। कई दुकानों के बार्ड हटा दिए गए, दुकानदारों ने भी एकजुट होकर नारेबाजी शुरू कर दी। नगर निगम की कार्रवाई जैसे ही बापू की कुटिया पर पहुंची, अचानक थम गई। नियम कायदे शिथिल हो गए, कार्रवाई बंद कर दी गई।
सिर्फ एमपी नगर के कोचिंग सेंटर्स पर कार्रवाई
करीब तीन महीने पहले सूरत के एक कोचिंग सेंटर में आग लगने से 20 से अधिक छात्रों की मौत हो गई थी। इसके बाद देशभर के कोचिंग में फायर सेफ्टी को लेकर सवाल उठे और अभियान चलाया गया। भोपाल के एमपी नगर इलाके मेंं सर्वाधिक कोचिंग सेंटर हैं। इसलिए निगम ने इसी इलाके को टारगेट कर अभियान चलाया है। सवाल यह है कि भोपाल के शेष इलाकों तक अभियान कब जाएगा।
ना नोटिस ना लिस्ट, डायरेक्ट सील कर जाते हैं
जिला प्रशासन की तरफ से कई बार कोचिंग संचालकों को हिदायत दी गई है कि वे फायर सिस्टम लगवा लें, लेकिन आधी से अधिक कोचिंग ने अब तक व्यवस्था नहीं की है। लेकिन यहां सवाल यह उठ रहा है कि इन कोचिंग संस्थानों को लिखित में नोटिस नहीं दिया जा रहा है और न ही इनकी अपडेट सूची नगर निगम के पास है। प्रशासन की टीम आती है और डायरेक्ट सील करके चली जाती है।