MP EDUCATION NEWS: जब छात्र स्कूल नहीं आएंगे तो शिक्षक क्या करेंगे

भोपाल। प्रदेश में चल रही लू (HEAT) के हालात को देखते हुए मध्यप्रदेश स्कूल शिक्षा विभाग (MP SCHOOL EDUCATION DEPARTMENT) ने सरकारी और निजी स्कूलों में अध्ययनरत छात्रों के लिए ग्रीष्मकालीन अवकाश की अवधि 16 जून के बजाय 23 जून तक बढ़ा दी है,इस संबंध में स्कूल शिक्षा विभाग ने रविवार शाम आदेश भी जारी कर दिये है, लेकिन शिक्षको को फिलहाल ग्रीष्मावकाश (SUMMER VACATION FOR TEACHERS) में कोई राहत नहीं दी गई है, यानि शिक्षको को यथावत 10 जून से ही स्कूल जाना होगा, हालांकि शिक्षको ने शिक्षा मंत्री प्रभुराम चौधरी से भेंट कर ग्रीष्मावकाश की अवधि 23 जून तक बढ़ाए जाने मांग उठाई थी! 

छात्रों के बिना 15 दिन शिक्षक स्कूल में क्या करेंगे?

स्कूल शिक्षा विभाग फैसले के बाद समग्र शिक्षक संघ (SAMAGRA SHIKSHAK SANGH) ने आयुक्त से पूछा है, बिना छात्रों के शिक्षक 15 दिन स्कूलो में क्या करेंगे? समग्र शिक्षक संघ के प्रदेश महामंत्री और प्रवक्ता संजय तिवारी ने शासन ने आरोप लगाया कि  एक तो स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा शिक्षकों की अर्जित अवकाश की सुविधा छीन ली, तो दूसरी ओर ग्रीष्मावकाश में लगातार कटौती की जा रही है, पूर्व में 52 दिन का ग्रीष्मावकाश दिया जाता था उसमें भी प्रतिवर्ष 10 दिन के अर्जित अवकाश का लाभ भी शिक्षको को दिया जाता था , अब चूंकि शिक्षकों के अवकाश 52 दिन से घटाकर 40 दिन कर दिए गए हैं, इसलिए शिक्षकों को प्रतिवर्ष 15 दिवस का अर्जित अवकाश दिया जाना चाहिए!

स्कूल शिक्षा विभाग ने सरकारी स्कूलों के शिक्षकों के लिए ग्रीष्मकालीन अवकाश की अवधि ना बढ़ाए जाने को लेकर अपना तर्क दिया है, विभाग का कहना है, कि शिक्षकों के प्रशिक्षण कार्यक्रम और स्कूल चले अभियान के मद्देनजर शिक्षकों की ग्रीष्म अवकाश अवधि नहीं बढ़ाई जा सकी है, लेकिन शिक्षकों को अर्जित अवकाश दिए जाने पर विभाग विचार अवश्य कर रहा है!

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