वरिष्ठ IPS अफसर 1 माह से पिता के शव के साथ रह रहा था, जांच शुरू | LATEST NEWS

भोपाल। मध्यप्रदेश कैडर के IPS अफसर राजेन्द्र कुमार मिश्रा ( Rajendra Kumar Mishra ) ने अपने मृत पिता के शव का एक माह से अंतिम संस्कार नहीं किया। कहा जा रहा है कि वो अपने पिता को वापस जिंदा करने के लिए तांत्रिकों से झाड़-फूंक करा रहे हैं। उन्होंने SAF के 2 जवानों को शव की सेवा में लगा रखा था। हर दूसरे दिन नया तांत्रिक आता है। अस्पताल डेथ सर्टिफिकेट जारी कर चुका है। इलाके में बदबू फैल गई है लेकिन आईपीएस राजेन्द्र कुमार अपने पिता को मृत मानने तैयार नहीं हैं। उनका कहना है कि उनके पिता गंभीर रूप से बीमार हैं। इलाज चल रहा है। इस मामले से मध्यप्रदेश के रेड कार्पेट पर खलबली मच गई है और अब यह मामला प्रदेश भर में चर्चा का केंद्र बन गया है।

खबर आ रही है कि राजधानी भोपाल के 74 बंगले क्षेत्र में हाउस नंबर D-7 में रहने वाले आईपीएस अफसर राजेन्द्र कुमार मिश्रा के पिता कालूमणी मिश्रा ( Kalumani Mishra ) को 13 जनवरी को फेफड़ों में संक्रमण के चलते निजी HOSPITAL में भर्ती कराया था। जहां इलाज के दौरान दूसरे दिन ही उनकी मौत हो गई थी। जिसके बाद से आईपीएस अफसर राजेन्द्र अपने पिता को मृत नहीं मान रहे हैं। अस्पताल प्रबंधन ने मिश्रा को उनके पिता का मृत्यु प्रमाण पत्र भी जारी किया है। IPS राजेन्द्र को लेकर गांधी मेडीकल कॉलेज के डॉ आर.एन साहू का कहना है कि ऐसे मामलों को एबनॉर्मल ग्रीफ रिएक्शन कहते है। ज्यादा लगाव से ऐसा होता है। इन्हें काउसिंलिंग और इलाज की सख्त जरूरत होती है। 

शव की सेवा में लगाए एसएएफ के 2 जवान

डॉक्टरों द्वारा पिता को मृत घोषित करने के बाद अस्पताल से उन्हें पुलिस लाइन के शव वाहन से बंगले लाया जा रहा था। इस दौरान शव में कुछ हरकत दिखी। जिसके बाद आईपीएस अधिकारी ने वाहन को ये कहते हुए वापस भेज दिया है कि पिता के शरीर में प्राण लौट आए हैं। अफसर के दबाव में ड्यूटी करने वाले एसएएफ के 2 जवान मृतक की सेवा कर रहे थे, लेकिन 15 दिन में बदबू से परेशान दोनों जवान वहां से गयाब हो गए हैं। 

हर दूसरे दिन नया तांत्रिक आता है

बंगले में मृतक की सेवा कर रहे जवानों ने बताया कि साहब के मृत पिता का इलाज तांत्रिकों द्वारा किया जा रहा है। पिता के प्राण वापस आ जाए इसके लिए झाड़-फूंक की जा रही है। जवानों ने बताया कि हर दूसरे दिन वहां कोई नया तांत्रिक आता है। जो पिता को जीवित करने के लिए तंत्र-मंत्र से इलाज कर रहा है।

पिता जिंदा है इलाज जारी है: आईपीएस ने कहा

आईपीएस राजेन्द्र कुमार का कहना है कि 13 जनवरी को पिताजी को अस्पताल में भर्ती कराया था। उन्हें फैफड़ो में संक्रमण था। दूसरे दिन डॉक्टरों ने हाथ खड़े कर दिए। हम पिता को घर लेकर आ गए। अब जीवित है, लेकिन हालत गंभीर है। ऐसे में उन्हें घर से बाहर नहीं ले जा सकते। 

अस्पताल प्रबंधन ने कहा मृत है पिता 

निजी अस्पताल के प्रबंधक का कहना है कि, आईपीएस अफसर राजेन्द्र कुमार मिश्रा के पिता कालूमणी को 13 जनवरी को अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उनको फेफड़ो की समस्या थी। डॉ अश्विनी मलहोत्रा उनका इलाज कर रहे थे। 14 जनवरी की शाम उनकी मौत हो गई। इसका अस्पताल प्रबंधन की ओर से मृत्यु प्रमाण पत्र भी जारी किया है।

बंगले में पसरी बदबू

74 बंगले स्थित आईपीएस अधिकारी राजेन्द्र कुमार मिश्रा के बंगले नंबर D-7 में बदबू फैल चुकी है। बदबू की वजह से आस-पास रहने वाले लोग बदबू से परेशान हैं।

जांच शुरू

वहीं पुलिस मुख्यालय के सूत्रों का कहना है कि पुलिस महानिदेशक वी के सिंह ने तीन अधिकारियों को जांच की जिम्मेदारी सौंपी है जो आईपीएस अफसर मिश्रा और उनके परिजनों से बातचीत करेंगे और उसके बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी। दूसरी ओर एडीजी राजेंद्र मिश्रा का कहना है कि अस्पताल के लोगों ने उनके पिता के इलाज में असमर्थता जाहिर करते हुए हाथ खड़े कर दिए थे, जिसके बाद वह उन्हें घर ले आए थे। 

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