
उन्होंने कहा, "पहली बार युवाओं, महिलाओं और आम लोगों के लिए सरकार बनाई गई है। हमने समाज के हर तबके को ऊपर उठाने के लिए योजनाएं शुरू की हैं और इसके लिए हर मंत्री काफी मेहनत कर रहा है। हम दलितों के घरों में रात गुजार रहे हैं, जहां मच्छर काटते हैं। बावजूद इसके हम वहां जाते हैं। अनुपमा जयसवाल के बयान पर समाजवादी पार्टी नेता सीपी राय ने कहा, "हम उनका (बीजेपी) नाटक लंबे समय से देख रहे हैं। दलितों के घर खाने से बेहतर है कि उन्हें पौष्टिक खाना, बेहतर शिक्षा और ज़िंदगी दी जाएगी लेकिन बीजेपी की दिलचस्पी सिर्फ नाटक में है।
गौरतलब है कि आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने दलितों के घर खाने को लेकर बीजेपी नेताओं को फटकार लगाई है। दिल्ली में आरएसएस और वीएचपी नेताओं की बैठक में उन्होंने इसे 'ड्रामा' बताया और कहा कि जाति व्यवस्था से छुटकारा पाने के लिए समाज के कमजोर तबके के साथ बातचीत करनी चाहिए।
बता दें कि कुछ दिन पहले यूपी कैबिनेट मिनिस्टर राजेंद्र प्रताप सिंह ने कहा था कि दलितों के घर जाकर बीजेपी उनका उद्धार कर रही है। वहीं केंद्रीय मंत्री उमा भारती ने कहा था कि वे भगवान राम नहीं हैं जो दलितों को पवित्र कर दें।