
डायल 100 के द्वारा स्थानीय शासकीय अस्पताल ले जाया गया जहाँ से शुजालपुर रेफर किया गया आरोग्य अस्पताल के डॉक्टरों के द्वारा मृत घोषित कर दिया गया। मृतक कृषक का चना अभी भी मंडी प्रांगण में पड़ा है यदि मंडी का गेट खुला होता अंदर ठेला ले जाने की अनुमति दे देते तो 1 किसान की जान बच जाती। म्रतक अपने पीछे 5 बेटी और 1 बेटा छोड़कर गया है परिजन आघात सहने में सक्षम नही है।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार
डयूटीरत वरिष्ठ आरक्षक 440 जितेंद्र सिंह राठौर जो इस घटना के प्रत्यक्षदर्शी है ने बताया गेट बंद था 2-3 बजे के लगभग किसान अपने सिर पर रखकर बार बार माल उठा कर ला रहा था जिससे घबराहट हुई और बेहोश हुआ हमारे साथ अन्य लोगों ने पानी पिलाया सीना दबाया उसके नही बोलने पर डायल 100 से उपचार हेतु भेज दिया। शुजालपुर रेफर किया गया और वहा पर मृत घोषित कर दिया गया।
पुलिस सूत्रों के अनुसार मृतक सिद्धनाथ पिता शिवनारायण वार्ड नो. 03 निवासी अकोदिया अपना चना बेचने आया था चना उतारते समय बेहोश हुआ और मृत्यु हो गयी। मर्ग कायम कर ASI आर एस तोमर को प्रकरण में जांच सौंपी है। मंडी सचिव पी एस दादोरिया के अनुसार कृषक 5 क्विंटल के लगभग समर्थन मूल्य पर चना बेचने आया था। जिसका घोष विक्रय नही हुआ है। उसका माल मंडी प्रांगण में पड़ा है। घबराहट के कारण अस्पताल भेजा था जहाँ मृत घोषित कर दिया।