भारत बंद: कोर्ट परिसर में घुस गई पुलिस, वकीलों पर लाठीचार्ज, 13 घायल | MP NEWS

रामबिहारी पाण्डेय/सीधी। आरक्षण विरोधी संगठनों के आह्वान पर आयोजित हुए भारत बंद के दौरान प्रदर्शन कर रहे करीब 200 लोग पुलिस की लाठियों का शिकार हुए। इस दौरान पुलिस कोर्ट परिसर में भी घुस गई और वकीलों पर भी लाठियां बरसाईं। बताया जा रहा है कि पुलिस के लाठीचार्ज में 13 वकील चोटिल हुए हैं। एक वकील की हेड इन्जुअरी होने की पुष्टी डांक्टरों ने की है जिसे उपचार के लिये रीवा रेफर कर दिया गया है। घायल वकीलों का उपचार जिला अस्पताल मे किया जा रहा है। 

बताया गया है कि भारत बंद को लेकर प्रशासन ने पहले ही धरना प्रदर्शन व जुलूस निकालने पर रोक लगाते हुए धारा 144 लागू कर दिया था लेकिन सुबह से ही आन्दोलनकारी बाजार बंद करने मे जुट गये थे। आधा सैकड़ा युवा कलेक्ट्रेट चौराहा पर एकत्रित होकर जुलूस निकालना चाहते थे। जबकी पुलिस व प्रशासन प्रदर्शनकारियों को ज्ञापन देने का दबाव बना रहा था। जब नही माने तो पहले आंसू गैस की फायरिंग कर दी। जब इससे भी बात नही बनी तो लाठी चार्ज कर दिया गया। पुलिस ने कलेक्ट्रेट परिसर सहित आस पास के इलाकों के घरों दफ्तारों मे घुस घुस कर पीटा है। इतना ही नही पुलिस की मार से बचने के लिये लोग न्यायालय की पनाह लेने चाही तो पुलिस के आलाधिकारी जवानों के साथ वहां भी पहुंच गए। 

पुलिस पर आरोप है कि कोर्ट परिसर में लाठियां लेकर घुसी पुलिस ने वकील, पक्षकार सहित जो सामने आया उसे पीटा। सभी घायलों को उपचार के लिये जिला अस्पताल मे भर्ती किया गया है तो कुछ कानूनी झमेले से बचने के लिये निजी अस्पतालों मे उपचार कराकर घरों को चले गये है।

पुलिस की लाठी के शिकार हुए अधिवक्ताओं के नाम
अधीवक्ता नन्दलाल पाण्डेय को गम्भीर चोटे आई हैं। उनके कान से खून बह रहा है। डाक्टरों ने हेड इंजुअरी होना बताया है। वहीं अन्य अधिवक्ताओं मे राकेश चतुर्वेदी, संजय श्रीवास्तव, संजय सिंह चौहान, जीवेन्द्र पाठक, राघवेन्द्र सिंह, बिष्णु प्रताप सिंह चौहान, पुनीत तिवारी, अरविन्द्र शुक्ला, रामपति यादव, आशीश बंसल आदि को पुलिस ने पीट पीट कर बेदम कर दिया।
वहीं शिवपूजन मिश्रा के घायल होने की चर्चा की जा रही है तो प्रदर्शनकारियों मे संदीप सिंह गहरवार, शत्रुधन पाण्डेय को भी चोंटे आने के कारण भर्ती किया गया है। 

हाईकोर्ट को भेजा ज्यूडिशियल जांच का प्रस्ताव
पुलिस की इस बर्बता के खिलाफ जिला बार एसोसिएशन ने तत्काल स्टेंड लिया और जिला एवं सत्र न्यायाधीश श्री पीसी गुप्ता के सामने विधिवत ज्ञापन प्रस्तुत किया। श्री गुप्ता ने इस मामले को काफी गंभीरता से लेते हुए मामले की ज्यूडिशियल जांच के लिए प्रस्ताव बनाकर हाईकोर्ट को भेज दिया है। 

अधिवक्ता संघ ने किया हड़ताल का ऐलान
आन्दोलन कारियों पर नियंत्रण के बहाने न्यायालय परिषर मे घुसकर पुलिस द्वारा पीटे जाने के बाद जिला अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष बृजेन्द्र सिंह बाघेल ने घायल अधिवक्ताओं को उपचार के लिये जिला अस्पताल मे भर्ती कराने के बाद पत्रकार बार्ता बुलाकर पुलिस की निन्दा किये वही कहा कि जव तक कलेक्टर, एसपी, एसडीएम, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक के खिलाफ कार्रवाई शुरू नही कर दी जाती तब तक उनका आन्दोलन जारी रहेगा वे सभी न्यायालयीन कार्य से विरत रहेगें। 

#buttons=(Accept !) #days=(20)

Our website uses cookies to enhance your experience. Check Now
Accept !