
बता दें, शिवराज सरकार चुनावी साल में कर्मचारियों को सौगातें देने में कसर नहीं छोड़ रही है। अध्यापकों और पंचायत सचिवों को सौगात देने के बाद अब सरकार अधिकारियों और कर्मचारियों के रिटायरमेंट की उम्र 60 से बढ़ाकर 62 साल करने जा रही है। कर्मचारी संगठन पिछले कई सालों से ये मांग करते आ रहे हैं। ज्यादातर संगठनों ने इस मांग को लेकर समय-समय पर आंदोलन भी किए हैं। चुनावी साल में कर्मचारी संगठनों ने दबाव बनाया तो सरकार ने तुरंत फैसला लेते हुए रिटायरमेंट की आयु को दो साल बढ़ाने का एलान कर दिया।
चुनावी साल में कर्मचारियों को सौगात !
60 से 62 साल रिटायरमेंट की उम्र
40 फीसदी कर्मचारियों को होगा फायदा
एमपी में डॉक्टर्स की रिटायरमेंट की उम्र 65 साल
नर्सेस की रिटायरमेंट की उम्र 62 साल
चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी की रिटायरमेंट की उम्र 62 साल
शिक्षकों की रिटायरमेंट की उम्र 62 साल
दरअसल, राज्य में पिछले कई सालों से सीधी भर्ती पर रोक लगी है। अधिकारियों और कर्मचारियों के तेजी से रिटायरमेंट हो रहे हैं। संविदा नियुक्ति देने में अड़चनें आ रही हैं। बड़े पदों पर ही सरकार ये काम कर पा रही है। ऐसे में कई विभागों मे कर्मचारियों की भारी कमी हो गई है।