इंदौर। भाजपा के प्रवक्ता उमेश शर्मा ने विवादित फिल्म पद्मावत की एक लिंक वाट्सएप पर शेयर करके उसके नीचे लिखा 'पद्मवती देखें और दूसरो को भी दिखाएं।' इसके बाद तो जैसे इंदौर की राजनीति में भूचाल आ गया। फिल्म का विरोध कर रहे राजपूत समाज के लोग आक्रोशित हो गए। भाजपा के दिग्गज नेता कैलाश विजयवर्गीय ने बयान देने से इंकार कर दिया। प्रदेश अध्यक्ष नंदकुमार सिंह ने हाथ खींच लिए। पद्मावत देखने की अपील करने वाले भाजपा नेता के खिलाफ थाने में शिकायत दर्ज करा दी गई। बता दें कि मप्र गृह विभाग ने आदेश जारी किए हैं कि फिल्म का विरोध कर रहे लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करें।
बीजेपी प्रदेश प्रवक्ता उमेश शर्मा ने व्हाट्सएप पर फिल्म की लिंक शेयर की और उस पर लिख दिया कि फिल्म पद्मवती देखें और दूसरो को भी दिखाएं, वो भी पूरी तरह मुफ्त। इसके बाद राजपूत समाज के साथ अन्य समाज के लोगों ने मिलकर अन्नपूर्णा थाना प्रभारी बएल मंडलोई को आवेदन देकर उमेश शर्मा के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई है। थाना प्रभारी मंडलोई ने बताया कि मामले की जांच के बाद उसमें जो भी तथ्य सामने आएगा, उसके अनुसार एफआईआर दर्ज की जाएगी।
कैलाश विजयवर्गीय ने प्रतिक्रिया देने से किया मना
वहीं इस पूरे मामले में उमेश शर्मा उस समय बैकफुट पर आ गए, जब बीजेपी ने इस मामले पर किसी भी तरह की प्रतिक्रिया देने से इनकार कर दिया। बीजेपी राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने इस मामले में किसी भी तरह की प्रतिक्रिया देने से इनकार कर दिया। वहीं बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष नंदकुमार सिंह चौहान ने फोन पर बात करते हुए बताया कि यह उमेश का निजी बयान है, इसमें पार्टी का कुछ लेनादेना नहीं है।