
भोपाल में ऐसा नजारा पहली बार दिखा। छुट्टी का दिन और पहाड़ों जैसे मौसम ने लोगों का दिन खुशगवार बना दिया था लेकिन प्रशासनिक बदइंतजामियों ने लोगों को परेशान कर दिया। दोपहर बारिश और ओले गिरने के बाद 10 मिनट में शहर अस्त-व्यस्त हो गया। तेज हवा से कई जगह बिजली लाइनों और ट्रांसफाॅमर्स पर पेड़ों की डालें टूटकर गिर गईं थीं। इस वजह से शहर में सात घंटे बिजली गुल रही। कई इलाकों में तो देर रात तक बिजली सप्लाई बहाल नहीं हेा सकी थी। इनमें होशंगाबाद रोड की कॉलोनियां और शाहपुरा से रोहित नगर तक की कई कॉलोनियां शामिल हैं। बिजली गुल होने का असर सोमवार को पानी सप्लाई पर भी होगा।
नए, पुराने शहर, कोलार, भेल, बैरागढ़ और भेल टाउनशिप की ज्यादातर काॅलोनियों में दोपहर 1.30 से शाम 7.30 बजे तक बिजली गुल रही। कई काॅलोनियों में रात आठ बजे के बाद बिजली सप्लाई बहाल हो सकी। पूरे शहर में बिजली गुल होने से बड़े तालाब के साथ कोलार और नर्मदा के पंप हाउस बंद हो गए। यह पंप ढाई बजे से 4 बजे तक बंद थे। इस वजह से सोमवार को पूरे शहर में पानी का संकट हो सकता है।
और कहां, क्या असर
नया शहर-नए शहर में अरेरा काॅलोनी, शिवाजी नगर, तुलसी नगर, चार इमली, शाहपुरा, एमपी नगर में सात घंटे बिजली गुल रही। साकेत नगर, शक्ति नगर, होशंगाबाद रोड की कुछ काॅलोनियों में छह घंटे बिजली गुल रही। यहां कई जगह पेड़ गिरने की सूचनाएं भी मिलीं।
पुराना शहर
पुराने शहर के शाहजहांनाबाद, जहांगीराबाद, पीजीबीटी कॉलेज रोड, नारियल खेड़ा सहित कई क्षेत्रों में बारिश से पानी भर गया। पुराने शहर में भी सात घंटे बिजली गुल रही।
फसल बर्बाद
बागमुगालिया, लहारपुर, अमरावद खुर्द, बागसेवनिया, मिसरोद, रतनपुर, बावड़ियाकलां और गुराड़ी घाट, रापड़िया, दीपड़ी और पास क्षेत्रों में खड़ी फसल बर्बाद हो गई।
कोलार में गेट गिरा, जाम
कोलार मेन रोड बंजारी तिराहा स्थित वैलकम गेट आधी तूफान में दोपहर करीब पौने दो बजे अचानक गिर गया। गेट के गिरते ही रोड पर अफरा-तफरी मच गई। इसकी वजह से इस मेन रोड पर करीब एक घंटे तक ट्रैफिक जाम लगा रहा।