
मामले सुर्खियों में आने के बावजूद भाजपा एवं गृहमंत्री की तरफ से कोई बयान नहीं आया है लेकिन दलित विधायक गोपीलाल जाटव ने जरूर सफाई दी है। उन्होंने इस फोटो के सही होने की पुष्टि करते हुए कहा कि उनके लिए थाली ही आई थी मगर उन्होंने विदिशा जिले के जिला पंचायत अध्यक्ष तोरण सिंह दांगी को अपनी थाली दे दी थी और खुद पत्तल में खाना खाया।
दलित विधायक यह नहीं बता पाए कि ऐसी क्या मजबूरी थी जो तीसरी थाली नहीं आई, जबकि मौके पर पत्तल उपलब्ध कराई गईं। कांग्रेस का कहना है कि भाजपा के नेता वोट के लिए दलितों से प्रेम का दिखावा करते हैं जबकि उनके हृदय में आज भी जातिगत भेदभाव जिंदा है। अन्यथा क्या कारण है कि जहां 2 थालियां थीं, वहां भोजन तो था परंतु तीसरी थाली नहीं थी।