गुजरात और हिमाचल चुनाव: ज्योतिष की भविष्यवाणी | jyotish

गुजरात और हिमाचल मे वोट पड़ चुके हैं। 18 दिसम्बर को स्पष्ट हो जायेगा की गुजरात और हिमाचल मे चुनावी ऊँट किस करवट बैठेगा। एग्ज़िट पोल संस्थाओ ने दोनो जगह भाजपा की सरकार बना दी है। इन्ही एग्ज़िट पोल वाले उत्तरप्रदेश के चुनाव के जो परिणाम आयॆ थे। वैसी घोषणा नही कर पाये थे। कई बार ये परिणाम उल्टे भी पड़ चुके है, आइये देखते है 18 दिसम्बर की ग्रह स्थिति।

केतु के कारण आएंगे चौंकाने वाले नतीजे 
इस दिन चंद्रमा धनु राशि मे केतु के नक्षत्र मे सूर्य और शनि के साथ बैठेगा। केतु का नक्षत्र और अमावस्या तिथि रहेगी। केतु का नक्षत्र आकस्मिक परिणाम देने के लिये प्रसिद्ध है। अमावस्या किसी के लिये काफी उदासी के परिणाम देती है और कोई मदमस्त हो जाता है।

कांग्रेस का चंद्रमा कमजोर, भाजपा का केतु फायदा देगा
भाजपा की धनु राशि है। गुरु इस समय मजबूत स्थिति मे है। दूसरे स्थान का केतु अच्छे परिणाम देता है। यह भाजपा के लिये फायदेमंद है। कांग्रेस की मिथुन राशि मे सातवें स्थान का चंद्रमा कमजोर है आठवां केतु अच्छे परिणाम नही देता। यह कांग्रेस के लिये चिंता की बात है।

गुजरात और हिमाचल प्रदेश
गुजरात और हिमाचल मे चुनाव के हालात अभी वैसे ही जैसे पिछले वर्ष चार राज्यों के चुनाव के समय थे। उस समय विपक्ष का मत था की नोटबंदी से परेशान जनता भाजपा को नकार देगी तथा परेशान होकर हमे चुन लेगी लेकिन ऐसा नही हुआ परिणाम काफी हद तक सत्तापक्ष के ओर रहे। अब विपक्ष को यह अच्छी तरह से समझना होगा की जनता अब ज्यादा समझदार हो गई है वो दीर्घकालिक लेकिन अच्छे भविष्य के लिये परिवर्तन की प्रक्रिया को मौका दे सकती है।

यदि हम सामान्य तौर पर विचार करें तो गुजरात मॆ कांग्रेस तथा हिमाचल मॆ भाजपा को आना चाहिये। हिमाचल मॆ तो हर पांच साल मॆ सत्ता बदलने की परम्परा जैसी है लेकिन पिछले पांच वर्ष मॆ आम जनता के सोच का तरीका संचारतंत्र की सुलभता ने काफी हद तक परिवर्तित कर दिया है इसीलिये कोई ये दावे से नही कह सकता की दोनो राज्यों मॆ क्या होगा।

हिमाचल में दोनों सीएम कैंडिडेट शनि के प्रभाव में हैं
दोनो पार्टियों ने पुराने शेरों को अपना भावी मुख्यमंत्री घोषित कर ताल ठोक दी है। आगामी मुख्यमंत्री कौन होगा ये इनकी कुंडली ही बता सकती हैं। दोनो की राशि तुला है तथा दोनों को शुक्र की दशा मॆ गुरु की अंतरदशा चल रही है। स्थिति दोनो के लिये एक जैसी है। वीरभद्र की नाम राशि वृषभ तथा धूमल की नाम राशि कन्या है। ये दोनो राशि शनि के ढैया के प्रभाव मॆ है।

मोदी और राहुल: साढ़ेसाति चल रही है
मुख्य मुकाबला राहुल और मोदी की छवि को लेकर है। क्या नोटबंदी और जीएसटी राहुल के पक्ष मॆ जायेगी या फ़िर जनता मोदी के परिवर्तन भविष्य के लिये कड़े फैसलों के लिये मोदी को सराहेगी। दोनो की राशि वृश्चिक है। दोनो साढ़ेसाति के मध्यकाल के प्रभाव से मुक्त हो गये हैं, दोनो को साढ़ेसाति का अंतिम ढाई वर्ष बाकी है।

अमित शाह बनेंगे चुनाव के हीरो
अमित शाह की मेष राशि है उनके कुशल रणनीति से ही भाजपा केन्द्र मॆ सत्तारूढ़ हुए उत्तरप्रदेश का चुनाव जीता तथा गोआ और मणिपुर मॆ कम संख्या होने के बाद भी सत्तारूढ़ हुई। वर्तमान मॆ अमितशाह के भाग्य से शनि का भ्रमण तथा सप्तम भाव से गुरु का भ्रमण निश्चित रूप से उनके लिये अत्यधिक अनुकुल है। इसे देखकर ऐसा लगता है की शाह फेक्टर भाजपा को दोनो राज्यों मॆ सत्तारूढ़ करवा सकता है।
प.चंद्रशेखर नेमा"हिमांशु
9893280184,7000460931

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