वडोदरा। पिछले महीने वडोदरा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के रोड शो के दौरान उनकी ओर चूड़ियां फेंकने वाली महिला कर्मचारी चंद्रिका सोलंकी अब बतौर कांग्रेस प्रत्याशी चुनाव मैदान में उतर सकतीं हैं। मंगलवार 21 नवम्बर को चंद्रिका ने सरकारी स्कूल टीचर के पद से इस्तीफा दे दिया है। चंद्रिका ने 22 अक्टूबर को रोड शो कर रहे पीएम मोदी पर चूड़ियां फैंकी थीं। तब चंद्रिका आशा कार्यकर्ताओं को न्यूनतम वेतन की मांग कर रहीं थी।
स्थानीय मीडिया के मुताबिक, कांग्रेस चंद्रिका सोलंकी को वडोदरा की एक सीट से उम्मीदवार बनाने जा रही है। चूड़ियां फेंकने की घटना उस वक्त की है, जब पीएम मोदी वडोदरा में 22 अक्टूबर की रात को रोड शो कर रहे थे। इस दौरान प्रधानमंत्री अपनी गाड़ी से बाहर निकलकर सड़क किनारे खड़े लोगों का अभिवादन स्वीकार कर रहे थे।
जिग्नेश मेवाणी ने किया था दावा
मोदी का काफिला आगे बढ़ने के क्रम में सड़क के किनारे खड़ी चंद्रिका वीडियो में मोदी की गाड़ी की तरफ कुछ फेंकती नजर आई। सुरक्षा कर्मियों ने हिरासत में लेकर उनसे पूछताछ की थी। हालांकि वीडियो में यह नहीं दिख सका था कि उन्होंने मोदी की तरफ क्या फेंका था। पीएम मोदी नवलाखी मैदान से रोड शो कर रहे थे। इस घटना के तुरंत बाद सुरक्षाकर्मियों ने चंद्रिका को हिरासत में ले लिया था। बाद में जिग्नेश मेवाणी ने वीडियो ट्वीट करके दावा किया था, 'गुजरात की यह क्रांतिकारी वीरांगना चंद्रिका सोलंकी ने 45 हजार आशा वर्कर बहनों को न्यूनतम वेतन नहीं देने पर आज मोदी के मुंह पर चूड़ियां फेंकीं।'
नौकरी छोड़ी, वडोदरा की सीट से मिलेगा टिकट?
चंद्रिका सोलंकी को निलंबित कर दिया गया था। गौरतलब है कि गुजरात में आशा कार्यकर्ता सैलरी बढ़ाने की मांग को लेकर आंदोलन कर रही थीं और सरकार ने उनके वेतन में बढ़ोतरी की है। इस घटना के बाद से ही निलंबित चल रहीं चंद्रिका सोलंकी ने मंगलवार को ही प्राथमिक विद्यालय के शिक्षक के पद से इस्तीफा दे दिया है। अपने त्यागपत्र में उन्होंने कहा है कि निलंबन की वजह से वह आहत थीं। इसके साथ ही यह खबर भी स्थानीय मीडिया में चल रही है कि दूसरे चरण में होने वाले चुनाव के लिए उन्हें कांग्रेस वडोदरा की एक सीट से उम्मीदवार बनाने जा रही है।
राहुल की रैली में पहुंची थीं 'बेस्ट टीचर'
चंद्रिका को सर्वश्रेष्ठ शिक्षक का पुरस्कार भी मिल चुका है। छोटा उदयपुर के संखेड़ा तालुका के कोटाली गांव के प्राइमरी स्कूल में वह तैनात थीं। इस स्कूल में वह 2001 से पढ़ा रही थीं। चंद्रिका इस महीने की शुरुआत में वलसाड जिले के धरमपुर में आयोजित राहुल गांधी की एक रैली में भी पहुंची थीं और कांग्रेस उपाध्यक्ष से मिली थीं। हालांकि, उस समय उन्होंने कहा था कि कांग्रेस में शामिल होने की उनकी कोई योजना नहीं है। उन्होंने कहा था कि राहुल गांधी के न्योते पर वह उन्हें आशा कार्यकर्ताओं की समस्याएं बताने आई हैं।