नई दिल्ली। भारत और पाकिस्तान के बीच करगिल युद्ध थोपने वाला पाकिस्तान का सैन्य प्रमुख परवेज मुशर्रफ ने एक बार भारत पर परमाणु हमले पर विचार भी किया लेकिन जब उसे एहसास हुआ कि इसके परिणाम कितने भयानक होंगे तो उसने यह विचार ही त्याग दिया। यह जग जाहिर है कि पाकिस्तान दुनिया के नक्शे पर तब तक ही है जब तक कि वो भारत पर सीधा हमला नहीं करता। जिस दिन उसने भारत पर सीधा हमला किया, भारतीय सेना पाकिस्तान के चप्पे चप्पे पर कब्जा कर लेगी। इस बार यदि सीधा युद्ध हुआ तो नतीजा मात्र 3 दिन मे सामने होगा।
जापानी दैनिक ‘मैनिची शिम्बुन’ के अनुसार मुशर्रफ (73) ने यह भी याद किया कि कैसे वह कई रात सो नहीं पाया और खुद से यह सवाल करता रहा कि क्या परमाणु हथियारों का इस्तेमाल करेंगे या परमाणु हथियारों की तैनाती कर सकते हैं। मुशर्रफ ने इसका खुलासा किया कि भारतीय संसद पर आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव पैदा होने के बीच उन्होंने परमाणु हथियारों के इस्तेमाल के बारे में विचार किया, लेकिन प्रतिक्रिया के डर से ऐसा नहीं करने का फैसला किया।
सार्वजनिक तौर पर बयान भी दिया था
पूर्व पाकिस्तानी राष्ट्रपति के हवाले से अखबार ने कहा कि 2002 में तनाव चरम पर था और ऐसा खतरा था कि परमाणु हथियारों की दहलीज लांघी जा सकती थी। उस समय मुशर्रफ ने सार्वजनिक रूप से बयान दिया था कि वह परमाणु हथियारों के इस्तेमाल की संभावना को खारिज नहीं करते हैं। बहरहाल, मुशर्रफ ने यह भी कहा कि उस वक्त भारत और पाकिस्तान दोनों के परमाणु हथियार उनकी मिसाइलों के साथ नहीं लगे थे, इसलिए ऐसे किसी कदम में एक या दो दिन का समय लग सकता था।