कैसे बढती है, राजनेताओं की सम्पत्ति ?

राकेश दुबे@प्रतिदिन। यह समझ से परे है कि दुनिया भर के मंदीवाड़े के बावजूद भारत के राजनेताओं की सम्पत्ति में ही इजाफा क्यों होता है ? सोते जागते राजनीति करने वालों की आय अरबों में कैसे हो जाती है ? शैक्षिक योग्यता और अन्य कुशलता में पीछे रहने वाली यह जमात आय में कैसे आगे हो जाती है। देश के जज, डाक्टर, वकील, इंजीनियर और अन्य आला अफसर तक इस दौड़ में पीछे साबित हो रहे हैं। आय में आगे कुलांचे भरती राजनीतिक जमात आयकर जमा करने के मामले में अव्वल नही है। विधानसभा  लोकसभा, और राज्यसभा में अब मध्यम आय वर्ग और  निम्न आय वर्ग के प्रत्याशी चिराग लेकर भी ढूंढने को नही मिलते हैं। बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के अलावा केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी, कांग्रेस से बीजेपी में आए बलवंत सिंह राजपूत और सोनिया गांधी के राजनीतिक सलाहकार और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अहमद पटेल की भी संपत्ति में इजाफा देखने को मिला है।

बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह की संपत्ति में भी काफी इजाफा हुआ है। 2012 में उनकी चल संपत्ति जहां 1.90 करोड़ रुपए की थी जो अब यह बढ़कर 19 करोड़ हो गई है। अपने शपथ पत्र में शाह ने अपनी संपत्ति का जो ब्यौरा दिया है उसके अनुसार उन्हें 10.38 करोड़ रुपए की चल संपत्ति पैतृक तौर पर भी मिली है। बीजेपी सूत्रों की माने तो 2013 में मां के निधन के बाद शाह को यह सम्पत्ति पैतृक संपत्ति के तौर पर मिली है। पिछले 5 साल में शाह और उनकी गृहणी पत्नी की चल और अचल संपत्ति में में 300 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। 2012 में उनकी कुल संपत्ति 8,54 करोड़ रुपए थी, वह बढ़कर 2017 में 34.31 करोड़ रुपए हो गई है।

गुजरात में ही राज्यसभा के लिए कांग्रेस का दामन छोड़कर बीजेपी में शामिल हुए बलवंत सिंह राजपूत अगर राज्यसभा पहुंचते हैं, तो वह गुजरात के सबसे मालदार राज्यसभा सदस्यों में से एक होंगे। उनके पास चल और अचल संपत्ति मिलाकर 2012 में 265 करोड़ रुपए की संपत्ति थी, जो 2017 में बढ़कर 316 करोड़ रुपए तक पहुंच गई है।

इसी तरह कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के राजनीतिक सलाहकार अहमद पटेल की संपत्ति में भी काफी वृद्धि हुई है। चुनावी शपथ पत्र के अनुसार 2011 से 2017 तक में उनकी संपत्ति में 123 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। फिलहाल गुजरात से राज्यसभा सदस्य पटेल की सालाना आय 1510147 रुपए है। उनकी पत्नी की सालाना आमदनी 2015190 रुपए है। पटेल दंपती की कुल सालाना आय चुनावी शपथ पत्र के अनुसार 3526046 रुपये है।

केंद्रीय मंत्री स्मृति इरानी और उनके पति जुबिन इरानी की संपत्ति में भी 80 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। इरानी दंपती की 2014 में 4.91 करोड़ रुपए अचल संपत्ति बढ़कर अब 8,88 करोड़ रुपए हो गई है। केंद्रीय मंत्री के पति की संपत्ति में तो वृद्धि हुई है, लेकिन खुद उनकी निजी संपत्ति में कोई इजाफा नहीं हुआ है। मध्यप्रदेश से बीजेपी उम्मीदवार सम्पतिया उईके भी 3 करोड़ से ज्यादा सम्पत्ति की मालकिन हैं।

अब सवाल यह है कि इन सम्मानित सदनों में लबालब पेट भरे लोग क्या गरीबों की मांगों को न्याय संगत तरीके से उठा सकेंगे। उत्तर नकार में आएगा। अकूत सम्पत्ति के मालिक इन जनप्रतिनिधियों में एक भी व्यक्ति ऐसा नहीं निकला जिसने सांसद के रूप में मिलने वाले भारी भरकम वेतन भत्ते या अन्य सुविधाओं को त्याग कर कोई उदाहरण प्रस्तुत किया हो। हर सत्र में वेतन बढ़ाने की मांग जरुर करते दिखते हैं। इतनी सम्पत्ति के मालिकों से समाज की क्या अपेक्षा है, विचार कीजिये ?
श्री राकेश दुबे वरिष्ठ पत्रकार एवं स्तंभकार हैं।        
संपर्क  9425022703        
rakeshdubeyrsa@gmail.com
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