भोपाल। विदिशा के आरएमपी नगर निवासी मनीष भार्गव ने अपने घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। पर उससे पहले उसने सुसाइड नोट लिखा, जिसमें भाजपा के दिग्गज नेता और जिला सहकारी केंद्रीय बैंक के अध्यक्ष श्याम सुंदर शर्मा सहित 6 अन्य लोगों पर मौत के लिए मजबूर करने का जिक्र किया। कार्रवाई नहीं होने पर आज परिजनों ने नेशनल हाईवे जामकर पुलिस प्रशासन पर दबाव बनाया और फिर थाने में जमकर बबाल किया। इस दौरान पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर बंदूक तान दी। तब स्थिति और बिगड़ गई। मौके पर सीएसपी, एसडीएम, टीआई सहित पुलिस बल थाने में मौजूद था। तब जाकर सिविल लाइंस पुलिस ने सभी आरोपियों पर धारा 306, 34 के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू की।
मृतक के पिता ने कहा कि मेरे बेटे ने गांव की जमीन बेची थी और उस जमीन के 20 लाख रुपए उसने मनोज शर्मा सहित अन्य को दिया था और इन्हीं लोगों ने फर्जी रजिस्ट्री कराकर धोखा दिया था। मृतक मनीष बहुत परेशान था और यह लोग कई बार उससे मारपीट भी कर चुके हैं और आज तक एक एफआईआर भी पुलिस ने नहीं दर्ज की, तब मृतक की पत्नी, बेटियां सहित परिजन सड़क पर उतर आए और उन्होंने जाम कर दिया।
आक्रोशित परिजन जब एफआईआर की मांग कर रहे थे तभी पुलिस ने प्रदर्शनकारी परिवार पर बंदूक तान दी। इसके साथ ही मामला और भड़क गया। सीएसपी नागेंद्र पटेरिया के मुताबिक मृतक मनीष के सुसाइड नोट के आधार पर मनोज शर्मा सहित 6 आरोपियों पर धारा 306, 34 के तहत मामला दर्ज कर जांच की जा रही है।