कलेक्टर ने सख्ती की तो आपूर्ति निगम ने घटिया चावल की डायरेक्ट सप्लाई शुरू करवा दी | BALAGHAT

सुधीर ताम्रकार/बालाघाट। जिला प्रशासन के कडे रूख के चलते निर्धारित मापदण्ड के अनुकूल ही चावल खरीदने के निर्देश के कारण अधिक ब्रोकन वाले चावल को रिजेक्ट किया जा रहा है। जिसके कारण राईस मिलर्स परेशान हैं। उनकी परेशानी को दूर करने के लिये आपूर्ति निगम के मुख्यालय से सीएमआर चावल मिल र्पाइंट से अन्य जिलों में सीधे परिवहन करने के निर्देश पत्र दिनांक 23/1/2017 क्रमांक 1675 की आड में निर्धारित मापदण्ड से अधिक ब्रोकन वाला चावल बनाने वाले प्रदेश के राईस मिलर्स को सुविधा उपलब्ध कराई गई है ताकि वे अमानक स्तर का चावल सहजता से प्रदाय कर सके।

बालाघाट जिले के राईस मिलर्स द्वारा प्रदेश के बडवानी, खरगोन, खण्डवा, मंदसौर, राजगढ, इंदौर, अलीराजपूर, जिलों विभिन्न केन्द्रों में मिल पाईंट से सीधा चावल पहुचाया गया है। स्थानीय गुणवत्ता निरीक्षकों ने भेजे गये चावल को गुणवत्तायुक्त बताया है जबकि वह चावल निर्धारित मापदण्ड के विपरित अत्याधिक ब्रोकन वाला होने की जानकारी मिली है।

यह उल्लेखनीय है कि जिन जिलों में यह चावल भेजा गया है अन्य जिलों की अपेक्षाकृत उपभोक्ताओं में चावल की खपत कम है। सूचना के अधिकार के तहत प्राप्त जानकारी के अनुसार 17 मई 2017 की स्थिति के अनुसार बालाघाट जिले से 4077 मैटिक टन चावल भेजा जा चुका हैं। बालाघाट जिले से जिन राईस मिलर्स के द्वारा डायरेक्ट चावल भिजवाया गया है उनमें संचेती राईस उधोग वारासिवनी, के.सी. राईस इंडस्टीज बेहरई, तिरूपति राईस इंडस्टीज बेहरई, सुरभि राईस इंडस्टीज गर्रा, मॉ.वैष्णवी राईस इड. गर्रा, श्रीजी एग्रो नेवरगांव, आनंद परवाईलिंग उघोग कटंगी, श्री अम्बाजी सिलकी सारटेक्स कटंगी, राम परवाईलिंग उघोग कोसमी, सीतादेवी राईस मिल कटंगी, सुपार्श्व राईस मिल वारासिवनी, श्रीपरवाईलिंग मेंहदीवाडा, श्री रूमी टेडर्स गर्रा, कोठारी राईस उघोग गर्रा।

अन्य जिलों के प्रदाय केन्द्र पर स्वीकार किये गये चावल का परिवहन व्यय संबधित मिलर्स को मिल पाईंट वाले जिला प्रबंधक द्वारा किया जायेगा। जिन जिलों में चांवल भिजवाया गया है भेजे गये चावल की गुणवत्ता की जांच कराई जाये की वह निर्धारित मापदण्ड के अनुसार है या नही। साथ ही परिवहन के संबंध में मार्ग में पडने वाले टोल टेक्स की पावती के आधार पर सत्यापन कर परिवहन व्यय दिया जाना सुनिश्चित होना चाहिये।

यह जानकारी मिली है कि स्थानीय गुणवत्ता निरीक्षक की सांठगांठ से अमानक स्तर का चावल भिजवाया गया है। बालाघाट जिला कलेक्टर श्री भरत यादव ने बालाघाट जिले से बाहर अन्य जिलों को भेजे जाने वाले चावल तथा धान के परिवहन का सत्यापन टोल टेक्स नाकों की पावती से कराये जाने के निर्देश दिये है।

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