नई दिल्ली। बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद यादव की मुश्किलें बढ़ती हुई नजर आ रही हैं। आयकर विभाग ने बेनामी संपत्ति के मामले में लालू यादव से जुड़े लोगों के 22 ठिकानों पर छापेमारी की है। छापेमारी की कार्रवाई दिल्ली, गुड़गांव समेत एनसीआर में की गई है। आपको बता दें कि कुछ दिन पूर्व ही भारतीय जनता पार्टी ने लालू यादव, उनकी बेटी मीसा भारती और बिहार सरकार में मंत्री उनके दोनों बेटे तेजस्वी और तेज प्रताप पर 1000 करोड़ रुपए की बेनामी संपत्ति के भ्रष्टाचार का आरोप लगाया था। केंद्रीय मंत्री रवि शंकर प्रसाद ने आरोप लगाया था कि लालू यादव की बेटी मीसा भारती चुनावी हलफनामे में बताई गई संपत्ति के ब्यौरे को साबित नहीं कर पाई।
वहीं, बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने लालू की सांसद बेटी मीसा भारती और उसके पति शैलेश पर आरोप लगाते हुए कहां की वर्ष 2002 दिसंबर में मिशैल पैकर्स एंड प्रिंटर्स प्राइवेट लिमिटेड नाम की एक कंपनी बनाई गई थी, जिसके रजिस्ट्रेशन में लालू के सरकारी आवास का पता दिया गया था। कंपनी का कारोबार वर्ष 2006 में बंद हो गया उसके बाद उसके प्लांट और मशीन को बेच दिया गया था, लेकिन कुछ साल बाद बिजवासन के 26 पालम फार्म्स में एक फॉर्महाउस 1.41 करोड़ रुपये में खरीदा था।
सुशील मोदी ने कहा कि इसमें एक चौंकाने वाली बात यह सामने आई है कि इसकी खरीद में जो पैसा लगा गया वह कंपनी के 1,20,000 शेयर्स को बेच कर लगाया गया था। कंपनी के शेयर का कीमत 10 प्रति शेयर था लेकिन इन दोनों ने दो व्यवसाई से 90 प्रति शेयर की दर से पैसा लिया और यह दोनों व्यवसायी कालाधन रखने के आरोप में गिरफ्तार भी किए जा चुके हैं। भाजपा का कहना है कि मिशा भारती ने राज्यसभा सांसद का नामांकन भरते समय अपनी संपत्ति छुपाई जो कि कानूनन अपराध है।