
उसका बड़ा भाई पिता के साथ दुकान संभालता था। रविवार सुबह राजकुमार बेटे को लेकर नारियलखेड़ा शॉप पर चले गए, जबकि मां हमेशा की तरह सत्संग सुनने सुबह 8 बजे सूरज नगर चली गई। यहां घर पर सिर्फ दिव्या अकेली ही थी। दोपहर करीब 11 बजे राजकुमार की पत्नी घर पहुंची तो दरवाजा अंदर से लगा हुआ था।
काफी देर खटखटाने के बाद भी अंदर से कोई आवाज नहीं आने पर उन्होंने पड़ोसियों को बुलाया और पति को फोन कर दिया। सूचना मिलते ही बेटे राजकुमार को लेकर तत्काल घर पहुंच गए। दरवाजा तोड़कर अंदर घुसे राजकुमार ने बेटी को फंदे से उतारा और हमीदिया अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने शव बरामद कर उसे पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
मोबाइल फोन टूटा मिला
एएसआई यादव ने बताया कि मौके से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। फांसी लगाने वाली जगह पर एक टूटा-फूटा मोबाइल फोन और सिम मिली है। उन्होंने आशंका जताई कि हो सकता है कि मृतका ने मरने से पहले मोबाइल फोन और सिम तोड़ दी होगी।
हालांकि परिजनों के पुलिस से किसी भी तरह की बात करने से मना करने के कारण पुलिस आत्महत्या के कारणों के बारे में पता नहीं लगा पाई है। एएसआई यादव के अनुसार एक-दो दिन बाद पुलिस परिजनों से पूछताछ का प्रयास करेगी। उसके बाद ही आत्महत्या के कारणों का पता चल पाएगा।