SHIVRAJ SINGH की महिला मंत्रियों ने जाति के नाम पर वोट मांगे, सुप्रीम कोर्ट की अवमानना

भोपाल। भिंड जिले की अटेर विधानसभा उप चुनाव होने की तारीख घोषित होने से पहले ही शिवराज सिंह सरकार के मंत्रियों ने जातिवाद की राजनीति शुरू कर दी है। सुप्रीम कोर्ट का स्पष्ट आदेश कि जाति के नाम पर वोट मांगना अपराध है, बावजूद इसके 5 मार्च को महिला बाल विकास मंत्री अर्चना चिटनिस ने क्षेत्र के पिडोरा गांव में आयोजित सभा में ब्राह्मण वोटरों को लुभाने के लिए कहा कि मैं ब्राह्मण हूं और ब्राह्मण वोटों के बिना अटेर में कमल नहीं खिल सकता है। अगली बार में यहां आऊं तो विधायक अरविंद सिंह भदौरिया के साथ आप के बीच आऊं। अब सवाल यह है कि क्या आचार संहिता लागू होने से पहले जाति के आधार पर वोट मांगना गुनाह माना जाएगा। यदि हां तो माननीय मंत्री इसकी जद में आतीं हैं। 

इसके अलावा 7 मार्च को पीएचई एवं जेल मंत्री कुसुम महदेले ने सरकारी कार्यक्रम में लोधी समाज से भाजपा के लिए वोट मांगे, साथ ही आम मतदाताओं को रिझाने के लिए 35 हैंडपंपों का खनन संबंधित गांवों में करने की घोषणा की। 

पार्टी पदाधिकारियों ने किया जेल का निरीक्षण 
कार्यक्रम के दौरान कांग्रेस नेता हेमंत कटारे ने कहा कि जेल मंत्री कुसुम महदेले ने 7 मार्च को भिंड जेल का निरीक्षण किया था। इस दौरान उनके साथ एपी अनिल सिंह, जेलर सहित भाजपा पार्टी के कई पदाधिकारी भी जेल भवन के अंदर बैठे रहे।

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