
मध्य प्रदेश में तीन साल बाद कांग्रेस के नेता एक साथ मंच पर इकठ्ठा हुए थे। कांग्रेस की प्रदेश इकाई ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के परिवार द्वारा नर्मदा नदी में कथित अवैध रेत खनन, जासूसी कांड में भाजपा नेताओं की कथित संलिप्तता, 2200 करोड़ रुपये के कटनी हवाला कांड, जिसमें मुख्यमंत्री के करीबी राज्य मंत्री संजय पाठक की संलिप्तता के आरोप हैं, व्यापम घोटाला व किसानों की समस्याओं को लेकर विधानसभा का घेराव और प्रदर्शन करने का एलान किया था।
प्रदर्शन में पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं सांसद कमलनाथ, कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह, सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया, पूर्व केंद्रीय राज्य मंत्री सुरेश पचौरी, सांसद कांतिलाल भूरिया और राज्यसभा सदस्य विवेक तन्खा के साथ-साथ प्रदेश प्रभारी मोहन प्रकाश और प्रदेशाध्यक्ष अरुण यादव भी हिस्सा शामिल रहें।
वहीं, प्रशासन ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं को विधानसभा की ओर बढ़ने से रोकने के लिए टीन शेड क्षेत्र के चारों ओर नाकेबंदी की थी और पुलिस जवानों की तैनाती की थी। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने जैसे ही विधानसभा की तरफ बढ़ने की कोशिश की तो पुलिस ने बलप्रयोग कर उन्हें खदेड़ दिया।