बे पेंदी के लोटा हैं जेटली, मोदी लहर में एक चुनाव न जीत सकल: कीर्ति आजाद

मधुबनी। सांसद कीर्ति आजाद ने एक बार फिर वित्त मंत्री अरुण जेटली पर निशाना साधा है। साथ ही सुशील मोदी पर भी जमकर बरसे हैं। उन्होंने सुमो पर आरोप लगाते हुए कहा कि वे मिथिलांचल के विकास में सबसे बड़े बाधक हैं। उनके गुरु जेटली दिल्ली में बैठे हैं। ये दोनों बिना पेंदी के लोटा हैं।

दरअसल, दरभंगा जाने के दौरान आजाद झंझारपुर स्थित गेस्ट हाउस में थोड़ी देर के लिए रुके थे। इस दौरान उन्होंने बिहार बीजेपी के नेता सुशील मोदी पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि मिथिलांचल के विकास में अगर सबसे बड़ा कोई बाधक है तो वो सुशील मोदी ही है। वे बिहार में टेबल पॉलिटिक्स करते हैं। जनता के बीच छोटे मोदी का कोई जनाधार नहीं है। 

उन्होंने जेटली पर निशाना साधते हुए कहा कि मैंने भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाया तो मुझे निलंबित कर दिया गया। मैंने सड़क से लेकर संसद तक मिथिला के लिए संघर्ष किया, मुझे जनता ने वोट दिया और मैं पुनः सांसद बना पर इतने बड़े मोदी लहर में भी अरुण जेटली को जनता ने नकार दिया। मतलब साफ है कि उनका कोई जनाधार नहीं है। मैंने व्याप्त भ्रष्टाचार रोकने की बात कही तो मैं गुनाहगार हूं, सच बोलना गुनाह है तो मोदी जी मैं ये गुनाह बार-बार करूंगा। पार्टी मुझे निष्कासित क्यों नही करती।

उन्होंने कहा कि मधुबनी की गिनती मिथिला के सर्वाधिक पिछड़े जिलों में होती है जबकि यह सांस्कृतिक रूप से सबसे उन्नत है। उन्होंने मधुबनी में एम्स और केंद्रीय विद्यालय खोलने के लिए आमलोगों को गोलबंद होने का आह्वान किया। वहीं, उन्होंने बताया कि बिहार में 51.25% लोग मैथिली बोलते हैं फिर भी मैथिली भाषा को बिहार की भाषा के रूप में स्थापित नहीं किया जा सका है । 

वहीं, नीतीश कुमार के सात निश्चय की कीर्ति झा आजाद ने सराहना किया और कहा कि नीतीश कुमार द्वारा लिए गए साथ निश्चय बिहार की जनता के हित में है अगर ये सही से धरातल पर उतरे तो बिहार का सर्वांगीण विकास होगा। अगला राजनैतिक रुख और कोंग्रेस में जाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि उनके लिए अनेकों विकल्प खुले हुए हैं, समय आने पर फैसला लूंगा।

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