
जुलानिया शुक्रवार को भोपाल संभाग की बैठक ले रहे थे। भोपाल में अधूरे निर्माण को लेकर वे नाराज थे। सीईओ जिला पंचायत सुभाष द्विवेदी उनके निशाने पर थे। जुलानिया मीटिंग के दौरान आपा खोते चले गए। उन्होंने सुभाष द्विवेदी को कक्ष से बाहर निकाल दिया। कहा, तुम (द्विवेदी) रहने लायक नहीं हो। अब सीईओ की हैसियत से काम नहीं करोगे। उन्होंने कलेक्टर निशांत बरवड़े से कहा कि इसकी कुर्सी पर एडीशनल सीईओ को बिठाइए।
सुभाष द्विवेदी अभी भी विनम्र
यह सबकुछ यदि आईएएस रमेश थेटे जैसे किसी अधिकारी के साथ किया होता तो अब तक तंबू तन गए होते लेकिन सुभाष द्विवेदी अभी भी विनम्र बने हुए हैं। उन्होंने माना कि बैठक से उन्हें बाहर जाने के लिए कहा गया। यह बात सही है कि उनके (जुलानिया) हिसाब से परफॉर्मेंस नहीं कर पाया। इसीलिए वे नाराज हुए। कोशिश करूंगा की अब बेहतर काम कर सकूं।
समन्वयक की सेवाएं समाप्त कर दीं
जुलानिया ने विदिशा के जिला समन्वयक (स्वच्छ भारत मिशन) नरेश श्रीवास्तव को भी डांटा। साथ ही कलेक्टर से कहा कि एक माह की तनख्वाह देकर इनकी सेवाएं समाप्त कर दी जाएं। प्रदेश भर में जिला समन्वयक संविदा पर रखे गए हैं।