
विधायक निशंक जैन ने इस घोटाले की जानकारी कलेक्टर को देते हुए जांच कराए जाने की मांग की है। विधायक खुद मौके पर पहुंचे और कलेक्टर को सारी जानकारी दी। तब तहसीलदार ने छापामार कार्रवाई कर 18 बोरी मिलावटी गेहू जब्त किया।
उधर, वेयर हाउस प्रबंधक पीके जैन का तर्क है पूरे गेंहू की जांच करना संभव नहीं है। जांच में जो सामने आया, उसे संबंधित सोसायटी को वापस कर दिया। वहीं सामाजिक कार्यकर्ता नंद गोपाल शर्मा ने आरोप लगाया कि वेयर हाउस के केंद्र प्रभारी एमएल सोनकर 20 साल से यहां जमे हुए हैं। वे भ्रष्टाचार को बढ़ावा दे रहे हैं।