
‘‘शो में चंदा का मेरा किरदार नकारात्मक हो गया है और वह घर में ही शराब और सिगरेट पीने लगी है। वह बहुत मुंहफट और बेबाक है और मैं चाहती थी यह मेरे शॉट्स में भी दिखाई दे। इसलिए मैंने सिगरेट को सिगरेट की तरह नहीं बीड़ी की तरह पीने का फैसला किया। मैंने मुंबई की सड़कों पर बीड़ी पीने वाले आम लोगों को गौर से देखना शुरू किया और अपने दृश्य में इसका उपयोग किया। यह कठिन था और इसमें निर्देशक की मदद की जरूरत थी क्योंकि मैंने कभी सिगरेट नहीं पी थी,’’ पूजा ने कहा।
पूजा शुरुआत में इसे लेकर थोड़ी दुविधा में थीं क्योंकि उनका ताल्लकु बोकारो जैसे छोटे शहर से है जहां लोग चीजों को अलग नजरिए से देखते समझते हैं। लेकिन उनके परिवार ने इस दृश्य के लिए उनका साथ दिया और परिणाम बेहतरीन आए।
फिलहाल कहानी में अम्माजी को सिगरेट के पैकेट घर में मिलते हैं और उनका शक रिया या शिवम पर जाता है कि दोनों की जिंदगी में जो उठापटक चल रही है उसकी वजह से वे शायद सिगरेट पीने लगे हों लेकिन बाद में पता चलता है कि यह चंदा का काम है जो शुरू से ही सब योजनाएं बना रही थी। चंदा शराब सिगरेट पीकर अपने ब्वॉफ्रेण्ड से बात करती है ताकि किसी को उसका सच पता न चले। क्या रिया इसका पर्दाफाश कर चंदा की सच्चाई को अम्माजी और शांति सदन के सदस्यों के सामने ला पाएगी ?