झारखंड में एक तरफ पुलिस को पिपुल्स फ्रेंडली बनाने पर जोर दिया जा रहा है तो वहीं दूसरी ओर जब पुलिस अधिकारी चोरी की वारदात की रिपोर्ट दर्ज करने से ही इंकार कर देता है। जिस व्यक्ति की रिपोर्ट दर्ज करने से मना किया गया है वह कोई आम आदमी नहीं बल्कि महाराष्ट्र के सोलापुर के पूर्व डिप्टी मेयर और भाजपा नेता संतोष बालाजी रंजीत है।
बताया जा रहा है कि संतोष को धनबाद थाना में एफआईआर दर्ज कराने के लिए महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडनवीस को फोन करना पड़ा फिर सीएम की पहल पर झारखंड डीजीपी को फोन किया गया और इसके बाद डीजीपी ने धनबाद एसएसपी सुरेन्द्र कुमार झा को फोन किया तब जाकर मामला दर्ज हो पाया।
इस दौरान संतोष को धनबाद थाना का सुबह साढ़े छह बजे से दोपहर तीन बजे तक इंतेजार करना पड़ा। यहां तक की अपमानित कर पुलिसकर्मियों ने थाना से भागा दिया और कहा की मामला महाराष्ट्र में जाकर कराइए।
भाजपा नेता सह महाराष्ट्र के पूर्व डिप्टी मेयर संतोष बालाजी रंजीत ने कहा कि वह बजाज फैन की एजेंसी चलाते हैं और आज जैसे ही धनबाद स्टेशन मुंबई मेल एक्सप्रेस ट्रेन से उतरकर स्टेशन के बाहर बस स्टैंड से हजारीबाग के लिए गाड़ी पकड़ने वाले थे तभी चोरों ने उनका बैग चुरा लिया, जिसमें उनके 8 हजार रूपए, आईडी कार्ड और अन्य सामान था।