
जबलपुर रायपुर नेशनल हाईवे की टू लेन सड़क निर्माण का ठेका दिलीप बिल्डकान कंपनी को दिया गया है। कंपनी के गुर्गों ने पहले तो किसानों की जमीन को पाने के लिए उन्हें रोजगार और मुआवजे का प्रलोभन देकर एग्रीमेंट पर दस्तखत करवा लिए लेकिन सात महीने गुजर जाने के बाद भी इन्हें रोजगार देना तो दूर मुआवजे के नाम पर एक रुपया तक नहीं दिया गया है।
किसानों की कृषि भूमि पर कंपनी ने अपना विशाल प्लांट भी बना लिया है और दिनरात ब्लास्टिंग कर कृषि भूमि को खोखला कर दिया। भारी ब्लास्टिंग से पूरा गांव कांप उठता है और दूर-दूर तक बड़े-बड़े पत्थर भी छिटकते हैं जिससे कभी भी कोई हादसा हो सकता है।
जब किसानों ने इस सबके खिलाफ विरोध की कोशिश की तो ठेकदार ने उन्हें न सिर्फ जान से मारने की धमकी दे दी, बल्कि कानूनी दांवपेंच में फंसाते हुए उन पर ही झूठे मामले दर्ज करवा दिए। ग्रामीणों की मानें तो बिल्डर उन्हें 'डंपर चढ़ा देंगे, गोली मार देंगे, हम सीएम के आदमी हैं, हमारा कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता', जैसी धमकी देता है। इसकी शिकायत करने पर भी उल्टा पुलिस उन्हें ही प्रताड़ित करती है। ऐसे में अब उन्हें इस परेशानी का कोई हल दिखाई नहीं दे रहा है।