
शिखा का कहना है कि कॉलेज प्रशासन बेहद ही लापरवाह है। कभी किसी छात्रा को एग्जाम से अनुपस्थित कर देता है तो कभी किसी को नंबर ही नहीं दिया जाता, और अब तो हद ही हो गई है। हालांकि, शिखा ने इस मामले की शिकायत और मार्क्स सीट में सुधार के लिए आवेदन दे दी है।
महाविद्यालय के प्रोफेसर एचएन सिंह ने माना कि यह घोर लापरवाही है। वो महाविद्यालय प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहते है कि आए दिन छात्रों को इस तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ता है। जब छात्र मार्क्स ठीक करने जाते हैं तो इनसे पैसे मांगे जाते हैं। इस मामले की पूरी जांच होनी चाहिए। कॉलेज प्रशासन भी शिखा के मामले में अपनी गलती मान रही है और मार्क्स सीट ठीक कराने की बात कह रही है।