
इस जलसत्याग्रह में जिले के पंचायत सचिव, रोजगार सहायक और संविदा मनरेगा कर्मचारियों ने भाग लिया। जिले के पंचायतकर्मी विगत 17 दिनों से हड़ताल पर बैठे हैं। जलसत्याग्रह के दौरान सरकार की बेरुखी से नाराज पंचायतकर्मियों ने नर्मदा नदी में ज्ञापन छोड़कर सरकार की सदबुद्धि की प्रार्थना की। इस मौके पर सुरक्षा के लिहाज से पुलिस बल के साथ तैराकों का दल भी मौजूद था। पंचायतकर्मियों की मुख्य मांगों में सहायक सचिव का नियमितिकरण, सचिवों को छठवें वेतनमान का लाभ दिया जाना शामिल है। सरकार द्वारा मांगों पर ध्यान नहीं दिए जाने के बाद अपनी मांगों की पूर्ती के लिए 23 फरवरी से प्रदेश भर के पंचायतकर्मी बेमियादी हड़ताल पर हैं।