
पुलिस ने तीन दिन पहले आशीष को एक पत्र भेजा था, जिसमें उनकी सुरक्षा से जुड़ी जानकारियां मांगी गई थीं। एक कॉलम में उनसे पूछा गया था कि उन्हें किससे खतरा है। इसकी पूर्ति करते हुए आशीष ने इन लोगों से खतरा बताया है। आशीष ने बुधवार को झांसी रोड थाने में पहुंचकर यह जानकारी उपलब्ध करवाई।
गौरतलब है कि RTI एक्टिविस्ट आशीष चतुर्वेदी ने व्यापमं फर्जीवाड़े में हाई प्रोफाइल लोगों के खिलाफ FIR दर्ज कराई थी। कुछ मामलों में पुलिस ने आशीष को गवाह भी बनाया था। इसके बाद उन पर हमले होने लगे तो अगस्त 2014 में पुलिस सुरक्षा उपलब्ध करा दी गई थी। नियमानुसार जिन लोगों को सुरक्षा दी जाती है, निश्चित समय के बाद उनकी सुरक्षा का आकलन भी कराया जाता है। इसमें सुरक्षा प्राप्त व्यक्ति से यह भी पूछा जाता है कि उन्हें वर्तमान में किससे खतरा है।