लक्ष्मीनारायण शिवहरे: अब हर धंधे में चुका है शराब का शहंशाह

भोपाल/ग्वालियर। ग्वालियर के रहने वाले लक्ष्मीनारायण और लल्ला शिवहरे के 55 ठिकानों पर इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने छापामार कार्रवाई की है। डिपार्टमेंट करोड़ों की टैक्स चोरी की संभावना जता रहा है। जानिए कैसे एक मामूली सेल्समेन लिकर किंग बन गया।

55 साल के लक्ष्मीनारायण शिवहरे और उनके वर्तमान पार्टनर लल्ला शिवहरे शराब दुकान पर सेल्समेन हुआ करते थे। फिर 20 साल के भीतर देश के आधा दर्जन राज्यों में शराब की दुकानों के ठेकेदार बन गए। सूत्र बताते हैं कि शिवहरे बंधुओं का कारोबार एमपी समेत यूपी, राजस्थान, झारखंड, छत्तीसगढ़ और महाराष्ट्र में करीब दो सौ से अधिक दुकान तक फैला हुआ है।

शिवहरे परिवार तय करता था आबकारी की नीति
देखते ही देखते शिवहरे परिवार की पकड़ सरकार में भी अच्छी खासी हो गई थी। हर साल कई राज्यों की आबकारी नीति तय करने में अहम योगदान रहता था। सरकार इनकी सहमति से ही नीति तय करने लगी। इनका कारोबार भोपाल ब्रेवरीज एंड डिस्टलरीज प्राइवेट लिमिटेड के नाम से है। इसका मुख्यालय ग्वालियर में है। लक्ष्मीनारायण के मालवा ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूट नाम से मप्र के कई शहरों में कॉलेज भी हैं।

मां की हो गई थी हत्या
लल्ला शिवहरे मूल तौर पर दतिया जिले के गांव के जिगना के रहने वाले हैं। पिछले साल मार्च में उनकी मां राजाबेटी (90 साल की) की अज्ञात बदमाशों ने हत्या कर उनके गहने लूटकर फरार हो गए थे। लक्ष्मीनारायण मूल तौर पर श्योपुर के रहने वाले हैं। वे श्योपुर में ही एक शराब दुकान में सेल्समेन हुआ करते थे। बाद में दोनों ने साथ काम शुरू कर दिया था।

यहां है संपत्ति
शिवहरे बंधुओं की छह राज्यों में दो सौ शराब दुकान हैं। इसके अलावा उनके पास ग्वालियर और इंदौर में मैनेजमेंट कॉलेज, टोल टैक्स बैरियर, इंदौर और पुणे में पेट्रोल पंप, बैतूल में करीब पांच सौ एकड़ जमीन और ग्वालियर के हजीरा में बार है। ग्वालियर सहित मुंबई, गुड़गांव, भोपाल, जबलपुर, पुणे में मकान है।

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