
जब ऐसी जानकारी संविदा कर्मचारियों को लगी तो दस दिन पूर्व संविदा कर्मचारी अधिकारी महासंघ की कृषि संविदा कर्मचारी संघ इकाई के अध्यक्ष अमर सिंह जाटव एक प्रतिनिधि मण्डल के साथ मंत्रालय में प्रमुख सचिव राजेश राजौरा से मिलने गये वहां पर अध्यक्ष ने अपनी बात प्रमुख सचिव के सामने शांतिपूर्ण तरीके से रखी कि पूर्व से जो संविदा कर्मचारी अधिकारी कार्यरत हैं, सरकार को कृषि कर्मण्य पुरूस्कार भी इन्हीं संविदा कर्मचारियों के कारण मिला है, और सभी बकायदा पूर्णतः पारदर्शी तरीके से एम.पी.आन लाईन के माध्यम् से चयन होकर आएं हैं । सभी कर्मचारियों को शासकीय कार्य का अनुभव भी हो चुका है, फिर से आप पुनः संविदा पर ही पदों की नई भर्ती करेंगें तो उनको फिर से कार्य सीखना पड़ेगा इसलिए नई संविदा भर्ती ना करके पहले से ही जो संविदा पर कर्मचारी अधिकारी कार्य कर रहे हैं उनकी संविदा पूर्व की भांति ही बढ़ाई जाए।
इस बात पर प्रमुख सचिव राजेश राजौरा ने संघ के अध्यक्ष अमर सिंह जाटव से कहा कि मेरी मर्जी है, मै जो चाहे करू, और कोई माई का लाल इस भर्ती को नहीं रूकवा सकता आपसे जो चाहे बने कर लो। इससे प्रदेश के सभी कृषि संविदा कर्मचारी अधिकारियों में आक्रोश फैल गया और आज प्रदेश के सात सौ संविदा कर्मचारी अधिकारी संविदा कर्मचारी अधिकारी महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष रमेश राठौर और कृषि संविदा कर्मचारी अधिकारी अमर सिंह जाटव और सचिव शैलेश पाण्डे के नेतृत्व में कृषि मंत्री गौरी शंकर बिसेन के बंगले पर पहुंचे और मंत्री के बंगले का घेराव किया और मंत्री को ज्ञापन सौंपा की आत्मा परियोजना में संविदा पर नई भर्ती ना करके पहले से ही संविदा पर कार्यरत कर्मचारियों की संविदा बढ़ाई जाए।
इस पर मंत्री जी ने मिडिया के सामने बयान दिया कि कृषि संविदा कर्मचारियों, अधिकारियों को निकाला नहीं जायेगा और सबकी संविदा बढ़ाई जायेगी । म.प्र. संविदा कर्मचारी अधिकारी महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष रमेश राठौर प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम् से कहा है कि यदि कृषि संविदा कर्मचारियों अधिकारियों को हटाया जाता है तो प्रदेश के ढाई लाख संविदा कर्मचारी अधिकारी प्रदेश व्यापी आंदोलन करेंगें।