6 दिसंबर 2015 को भोपाल के जंबूरी मेदान पर शिक्षा की गुणवत्ता विषय प्रदेश के समस्त शासकीय शिक्षको तथा स्थानीय निकायो के अध्यापको संविदा शाला शिक्षको का सम्मेलन आयोजित किया गया है। जिसमें प्रदेश के माननीय मुख्यमंत्री जी की गरिमामय उपस्थिति रहेगी। लोक शिक्षण आयुक्त महोदय जी के आदेश में शासकीय शिक्षको तथा स्थानीय निकायो के अध्यापको संविदा शाला शिक्षको को ही बुलाया गया है।
शिक्षा की गुणवत्ता सम्मेलन में अतिथि शिक्षको को बुलाना तक उचित नही समझा गया। माननीय मुख्यमंत्री जी आपको याद दिला कि अतिथि शिक्षक शेक्षणिक व्यवस्था के आधार स्तम्भ है।प्रदेश में शेक्षणिक वयवस्था अतिथि शिक्षको के भरोसे ही चल रही है। ग्रामीण क्षेत्रो में जहा नियमित शिक्षक अध्यापन नही कराना ही चाहते वहा पर हम अतिथि शिक्षक अल्प वेतन में बच्चो को शेक्षणिक कार्य कराकर शिक्षा की गुणवक्ता वड़ा रहे है। अतिथि शिक्षक शेक्षणिक व्यवस्था के आधार स्तम्भ है। आपने अतिथि शिक्षको को शिक्षा की गुणवत्ता सम्मेलन में बुलाना उचित नही समझा जिससे 4 लाख 80 हजार अतिथि शिक्षको में निराशा है।
माननीय मुख्यमंत्री जी प्रदेश के 4 लाख 75 हजार अतिथि शिक्षको को आपसे आशा व उम्मीद हे कि अतिथि शिक्षको को संविदा शिक्षक संवर्ग व अध्यापक संवर्ग में शामिल कर हक प्रदान करने , अतिथि शिक्षकों के लिए प्रत्येक सत्र में नए सिरे से आवेदन करने की प्रक्रिया समाप्त करने, स्थायी नियुक्ति देने , माननीय जबलपुर हाईकोर्ट के गुरूजी के समान नीति वनाकर संविदा शिक्षक वनाने के आदेश सहित अन्य माँगों पर आप शिक्षा की गुणवक्ता सम्मेलन में आप निर्णय लेगे।
शुभचितक
ब्लाक इकाई, जिला इकाई एवं प्रदेश कार्यकारिणी
समस्त् अतिथि शिक्षक म.प्र.
