भोपाल। रेल में पान-गुटखा बेचने वाले एक 15 वर्षीय किशोर को जीआरपी एवं लोकल पुलिस ने इस कदर परेशान किया कि उसने आत्मदाह कर लिया। वो हमीदिया अस्पताल में जिंदगी और मौत के बीच झूल रहा है और चौंकाने वाली बात यह है कि पुलिस ने अभी तक कार्रवाई भी शुरू नहीं की है।
जेपी नगर निवासी चांद खान ने बताया कि उनका 15 वर्षीय बेटा आमेर उर्फ बच्चा ट्रेन में पान-गुटखा बेचने का काम करता है। गुरुवार को जीआरपी के जवानों ने उससे मारपीट की थी। उसने इसकी शिकायत मंगलवारा पुलिस से की थी, लेकिन पुलिस उसे भगा दिया था। यहां जीआरपी से दुखी होकर उसने गुरुवार रात करीब साढ़े 11 बजे प्लेटफॉर्म नंबर 6 के यहां होटलों के सामने खुद को आग लगा ली। चांद ने बताया कि उन्हें एक ऑटो चालक से बच्चे के आग लगाने की सूचना मिली थी। चांद ने आरोप लगाया कि घटना के बाद मंगलवारा पुलिस उनके बच्चे को हमीदिया अस्पताल छोड़कर चली गई। उसके बाद किसी ने भी उनसे संपर्क नहीं किया। किशोर की हालत गंभीर बताई जा रही है।